बिहार: मिड डे मील में कीड़ा मिला तो प्रिंसिपल ने दे दी अजब दलील, कहा- कीड़ा में विटामिन होता है.. चुपचाप खा लो
तीन दिन पहले बिहार के भागलपुर में मिड-डे मील का खाना खाने से करीब 200 छात्र बीमार पड़ गए थे. छात्रों ने शिकायत की थी कि खाने में छिपकली मिली थी. इस पर प्रिंसिपल ने कथित रूप से छात्रों से कहा था, “छिपकली नहीं बैगन है, खा लो”. अब वैशाली जिले में एक नया मामला सामने आया है. यहां मिड-डे मील के खाने में कीड़ा निकल गया. छात्रों ने प्रिंसिपल से शिकायत की. प्रिंसिपल ने कथित रूप से जवाब दिया कि कीड़ों में विटामिन होता है चुपचाप खा लो.
छात्रों से मारपीट का भी आरोप
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला वैशाली के लालगंज में अततुल्लाहपुर मिडिल स्कूल का है. 12 नवंबर को जब छात्र मिड-डे मील खाने बैठे तो उन्होंने खाने में कीड़े की शिकायत की. लेकिन प्रिंसिपल मो. मिसवाउद्दीन ने शिकायत को नजरअंदाज कर दिया. प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने छात्रों की पिटाई भी कर दी. इसके कारण कथित रूप से एक छात्रा का हाथ भी टूट गया. इसके बाद स्थानीय लोगों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा किया.
जिस बच्ची का हाथ टूटा उसने रोते हुए मीडिया को बताया, “प्रिंसिपल ने बाल नोंचते हुए हाथ मरोड़ दिया.”
हालांकि यह साफ नहीं है कि बच्ची के साथ कथित मारपीट मिड-डे मील के खाने को लेकर हुई.
आरोपों पर प्रिंसिपल ने सफाई दी कि उन्होंने ‘कीड़े में विटामिन’ वाली बात नहीं की है. उन्होंने कहा कि 100 तरह की बातें हो रही हैं. आपलोगों से हम आग्रह करेंगे कि इस गांव के लोग स्कूल के संचालन को आकर देखें.
जांच टीम बनाई गई
रिपोर्ट के अनुसार मामला जब शिक्षा विभाग तक पहुंचा तो अधिकारियों की एक टीम स्कूल भेजी गई. लालगंज के प्रखंड शिक्षा अधिकारी परशुराम सिंह ने छात्रों से बात की. छात्रा के टूटे हुए हाथ की मेडिकल रिपोर्ट भी देखी. उन्होंने कहा कि बच्ची का सही तरीके से इलाज करवाया जाएगा. जांच टीम ने मामले की गंभीर बताया और कहा कि अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी.
मिड-डे मील में कीड़े या छिपकली मिलने का मामला कोई पहला नहीं है. बिहार में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. भागलपुर में तीन दिन पहले जो बच्चे बीमार हुए उनमें से कई को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. वहां भी छात्रों ने प्रिंसिपल पर मारपीट का आरोप लगाया था.