बिहार: मिथिला में 1 घंटा 21 मिनट तो पटना में 1 घंटा 13 मिनट दिखेगा चंद्र ग्रहण
वर्ष 2022 का अंतिम चंद्रग्रहण मंगलवार को लगने जा रहा है. यह ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. भारत में सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में चंद्रग्रहण दिखाई देगा. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो भारत में दिखाई देने के कारण सूतक काल भी मान्य होगा. पटना में साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को शाम 5 बजकर 5 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा.
बिहार के मिथिला क्षेत्र में चंद्र ग्रहण लगभग डेढ़ घंटे दिखेगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार, मिथिला क्षेत्र में यह चंद्रग्रहण शाम 4.59 पर प्रारंभ हो होगा और 6.20 पर खत्म होगा. इस प्रकार यह चंद्रग्रहण कुल 1 घंटा 21 मिनट के लिए मिथिला में लगेगा. बता दें कि चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल शुरू हो जाता है.
8 नवंबर यानी आज लगने जा रहे चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 बज कर 5 मिनट से लग जाएगा. ग्रहण से पहले 3 प्रहर का सूतक लग जाता है. चंद्रग्रहण में सफेद फूल व चंदन से चंद्रमा और भगवान शिव की आराधना की जाती है. इस दौरान लोगों द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के साथ गुरु को स्मरण किया जाता है.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, मंगलवार को लगने वाला चंद्र ग्रहण विशेष रूप से मिथुन राशि, कर्क राशि, वृश्चिक राशि और मकर राशि वालों के लिए लाभप्रद रहेगा. वहीं शेष 8 राशियों के लोगों के लिए यह चंद्रग्रहण सामान्य या अहितकारी होगा. इन राशियों के लोगों के लिए ग्रहण देखना शुभ नहीं माना जाएगा.
ज्योतिषाचार्यों ने चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए खास उपाय भी बताए हैं. जिन राशियों के लिए यह चंद्रग्रहण शुभ नहीं है, उन राशियों के लोगों को सबसे पहले चंद्र ग्रहण का दर्शन नहीं करना चाहिए. वो ग्रहण के दौरान चंद्रमा को देखने से परहेज करें. ग्रहण के दौरान घर में रहे और चंद्रप्रकाश अपने शरीर पर न पड़ने दें. संभव हो तो इस दौरान प्रकाशमय वातावरण में न रहें. चंद्र ग्रहण के उपरांत स्नान करें और दान करें.