विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से: पहले दिन ही नियुक्ति पत्र और कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरेगी BJP
आज से बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। यह शीतकालीन सत्र कई मायनों में खास है। इस सत्र में विधिवत रूप से भाजपा विपक्ष के रूप में सत्तारूढ़ दल के सामने रहेगी। दरअसल, जब नीतीश कुमार एनडीए से महागठबंधन में गए थे तो, बहुमत जुटाने की प्रक्रिया में भाजपा विपक्ष की भूमिका में थी, लेकिन अब पहली बार एक पूरे सत्र में भाजपा विपक्ष की भूमिका में रहेगी। इसको लेकर भाजपा ने तैयारी भी की है।
कई ऐसे मसले हैं, जिसको लेकर भाजपा सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। पहले दिन अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। अनुपूरक बजट वह होता है जो पूरे बजट में सरकार ने खर्च नहीं किया है। आगे के लिए उसे खर्च करने की अनुमति सरकार सदन से लेती है और उसका विनियोग किया जाता है। अभी देखना है कि बिहार सरकार ने किन-किन विभागों में कितना खर्च किया है।
आइए जानें, क्या है भाजपा का प्लान
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री नितिन नवीन ने कहा है कि इस सत्र में सरकार को कई मसलों पर घेरने की तैयारी है। तीन ऐसे मसले हैं, जिसके आधार पर वो जदयू और राजद को घेरेगी।
- पहला, नियुक्ति पत्र को बांटने को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। बीजेपी का आरोप है कि पूर्व की सरकार में यह नौकरियां हो चुकी थी। सरकार अपना कॉलर टाइट करने के लिए यह नियुक्ति पत्र बांट रही है। इस मसले पर सदन के अंदर और बाहर हंगामा होने के आसार हैं।
- दूसरा मुद्दा विकास का है। 2005 में एनडीए की सरकार बनी थी तो लालू-राबड़ी सरकार का हवाला देकर सरकार में आए थे। फिर 15 साल बाद उन्हीं के साथ आकर अब विकास की चर्चा नीतीश कुमार नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब सात निश्चय की चर्चा नहीं करते हैं। विकास के मुद्दे से सरकार अब बिल्कुल उतर चुकी है।
- तीसरा मुद्दा है कानून व्यवस्था, जिससे 2005 में एनडीए सरकार की साख बनी थी। अब वह साख भी खत्म हो चुकी है। नीतीश कुमार के सामने क्रेडिबिलिटी क्राइसिस है। भाजपा इन सभी मुद्दों पर सरकार को घेरेगी।
बचोल उठाएंगे किसानों का मुद्दा
भाजपा के फायर ब्रांड नेता हरि भूषण ठाकुर बचोल ने कहा है कि किसानों को खाद नहीं मिल रहा है, बीज नहीं मिल रहा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुका है, भागलपुर में यादव परिवार को मारा गया। वोट बैंक को लेकर सरकार कुछ नहीं बोल रही है। तेजस्वी यादव ने कहा था कि पहले ही कैबिनेट में 10 लाख नौकरी देंगे। कई मुद्दे हैं, जिस पर सरकार को घेरने की तैयारी भाजपा कर रही है।