बिहार के युवक को दिल दे बैठी जर्मनी की मार्था, मिथिला परंपरा से शादी; 2 महीने में हिंदी सीखने का वादा
बिहार के सहरसा के रहने वाले युवक चैतन्य पर जर्मनी की मार्था अपना दिल हार गई. दोनों की प्रेम कहानी बेहद रोचक और हसीन है. फिल्मी स्टाइल में दोनों का विवाह 30 नवंबर को पूरे हिंदू रीति रिवाज मिथिला परंपरा के साथ संपन्न हुआ है. इस शादी को लेकर इलाके में काफी चर्चा हो रही है. शादी में जर्मन गर्ल मार्था की मां और बहन के अलावा एक रिश्तेदार भी मौजूद दिखे. यह शादी जिले के पटुआहा स्थित आम गाछी में संपन्न हुई है.
पीएचडी के दौरान दोनों में दोस्ती और फिर प्यार
दूल्हा चैतन्य जिले के पटुआहा गांव के रहने वाले हैं. दुल्हन मार्था जर्मनी की रहने वाली बताई गई हैं. दोनों के बीच प्यार और दोस्ती की शुरुआत जर्मनी में हुई है. दोनों जर्मनी में पीएचडी कर रहे हैं. पढ़ाई के दौरान ही दोनों की दोस्ती हुई. दूल्हे राजा के चाचा ध्रुव झा ने बताया कि चैतन्य झा की पढ़ाई लिखाई सहरसा में ही हुई है. उन्होंने ये भी बताया कि शिलांग से बीटेक करने के बाद बेल्जियम से एमएस की डिग्री हासिल की है.
इसके बाद पीएचडी करने के लिए वह जर्मनी चले गए. वहीं पढ़ाई के दौरान ही जर्मनी की लड़की पीएचडी करने वाली मार्था से दोस्ती हुई. दोस्ती के दौरान ही लड़की के पक्ष से शादी का प्रस्ताव आया. दोनों परिवार वालों की रजा मंदी से मिथिला की परंपरा के अनुसार दोनों की शादी हुई. बता दें कि मार्था पोलैंड के वारसा के ऑरलोवस्की की पुत्री हैं.
मार्था हिंदी बोलना नहीं जानती
चैतन्य के चाचा ध्रुव झा ने बताया कि मार्था हिंदी बोलना नहीं जानती हैं, लेकिन मार्था ने कहा कि की दो से तीन महीने में हिंदी सीख लेंगी. हिंदी में भी बात करने की बात कही. पटुआहा के मुखिया मुकेश झा ने बताया कि यह शादी बिल्कुल हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार हुई है. शादी में जो हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार सिंदूरदान और लावा भूजने का विध होता है वो सब विधि विधान के द्वारा रस्म अदा की गई. इस शादी को लेकर पूरे गांव में चर्चा हो रही है.