बिहार: जज भी सुरक्षित नहीं, गैरजमानतीय वारंट जारी करने पर बेगूसराय CJM को जान से मारने की धमकी
बिहार में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं इसकी एक बानगी बेगूसराय में देखने को मिली है। बेगूसराय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) को जान से मारने की धमकी दी गयी।
सीजेएम जीआर क्लर्क नागेश मोहन सिन्हा ने 7 दिसंबर को नगर थाने में केस कराया है। जज साहब को एक अभियुक्त के खिलाफ गैरजमानतीय वारंट जारी करने पर यह धमकी दी गयी है। नगर थाना पुलिस कांड की गहना से छानबीन कर रही है। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
दर्ज एफआईआर में सीजेएम कहा है कि 22 नवंबर को डाक से उनके दफ्तर में एक बंद लिफाफा आया। इसमें एक पत्र के माध्यम से शालिग्राम कनौजिया केयर ऑफ रामाशीष दास ने द्वारा गैरजमानतीय वारंट जारी करने पर उनको जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए 28 नवंबर को एसपी को सूचना दी। एसएसपी ने जिला पुलिस के संबंधित पदाधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बेगूसराय टाउन थानाध्यक्ष ने बताया कि अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जिला अधिवक्ता संघ सीजेएम को दी गयी धमकी से आक्रोशित है। संघ के पूर्व महासचिव अमरेंद्र कुमार अमर ने कहा कि समाज में आपराधिक सोच व मानसिकता पागलपन के दौर से गुजर रही है। न्यायपालिका पर हमला समाज के लिए खतरनाक है। अधिवक्ता संघ ऐसी सोच की तीव्र भर्त्सना करता है। साथ ही, ऐसे तत्वों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करता है।