बिहार: IAS ने स्कूल पहुंच हल कर दिया गणित का कठिन सवाल, शिक्षक की कट गई 10 दिन की सैलरी, जानें मामला
बिहार के मुंगेर जिले के डीएम आईएएस नवीन कुमार अपने कार्यशैली में अनुशासन और शिक्षा को प्राथमिकता देते हैं. इनके कार्य करने का अंदाज भी कुछ अलग रहता है. इसके लिए यह हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. डीएम के सख्त स्वभाव से आम लोग नही बल्कि ज़िले भर के सभी विभाग के पदाधिकारी और कर्मियों की पसीने छूटते हैं. पिछले बार भी वह एक पंचायत के निरीक्षण के दौरान खुद एक महिला ई रिक्शा चालक के ई रिक्शा पर बैठ गए, तो किसी विद्यालय के बेंच पर बैठ छात्र बन पढ़ाई करने लगे. ऐसा ही नजारा फिर एक बार सामने आया है. जहां इस बार डीएम नवीन कुमार ने ज़िले के एक सरकारी विद्यालय पहुंच खुद से क्लासरूम के ब्लैकबोर्ड पर गणित सूत्र को समाधान करते नज़र आये हैं.
DM ने खुद ब्लैकबोर्ड पर कर दिया सूत्र का समाधान, शिक्षक की कट गई वेतन
दरअसल डीएम नवीन कुमार क्षेत्र का भ्रमण करने के दौरान सदर प्रखंड के श्रीमतपुर पंचायत का निरीक्षण किया. इसी क्रम में डीएम उच्च माध्यमिक विद्यालय श्रीमतपुर, उर्दू प्राथमिक विद्यालय चकासिम, मध्य विद्यालय प्रखंड मुख्यालय बेनीगीर आदि का निरीक्षण किये. इसी दौरान जब डीएम उर्दू प्राथमिक विद्यालय के कक्षा पांच में पढ़ाई कर रहे बच्चों से ग्रह को परिभाषित करने को कहा तो बच्चे नहीं बता सके. इसके बाद उन्होंने शिक्षक विजय कुमार से ग्रह को परिभाषित करने को कहा तो वे भी ग्रह की परिभाषा नहीं कर पाए. इसके बाद डीएम मध्य विद्यालय बेनीगीर पहुंचे. जहां प्रधानाध्यापक विजय कुमार यादव से गणित का सूत्र हल करने को कहा, लेकिन उसे प्रधानाध्यापक हल नहीं कर पाए. इसके बाद डीएम नवीन कुमार ने शिक्षक और छात्रों के सामने उस सूत्र को क्लास में लगे ब्लैकबोर्ड पर खुद से हल कर दिया.
दो प्राचार्य और एक शिक्षक के 10 दिनों के वेतन काटने का निर्देश
शिक्षा व्यवस्था के इस पूरे रैवैये से डीएम नाराज़ दिखे. डीएम ने निरक्षण के दौरान मध्य विद्यालय बेनीगीर में बच्चों की उपस्थित नामांकन की अपेक्षा बहुत कम पाई गई. वहीं जांच के दौरान विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का शैक्षणिक एवं बौद्धिक स्तर काफी नीचे पाया. जिसको लेकर डीएम ने असंतुष्टि जाहिर की.
वहीं निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि उर्दू प्राथमिक विद्यालय चकासिम का संचालन मध्य विद्यालय बेनीगीर में टैग कर चलाया जा रहा है. लेकिन इसमें से एक विद्यालय सुबह में तो दूसरे विद्यालय का संचालन दोपहर के बाद किया जाता है. जबकि विद्यालय में छात्रों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में कमरे उपलब्ध हैं. इस पर डीएम ने कहा कि इस प्रकार से शिफ्ट के आधार पर विद्यालय का संचालन विभागीय निर्देश के विरुद्ध है. इसलिए दोनों विद्यालय का संचालन सुबह 9 बजे से शाम 4 के बीच करना सुनिश्चित करें. इसके साथ ही डीएम ने दो प्राचार्य और एक उर्दू शिक्षक के 10 दिनों के वेतन कटौती करने का निर्देश दिया है.