सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने वाले ईशान किशन की पटना में सड़क पर हो गई थी पिटाई, खेल के लिए छोड़ दिया था स्कूल
बिहार के लाल और भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया. ऐसा कारनामा करने वाले बाएं हाथ के ओपनर ईशान किशन दुनिया के सातवें और भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं. उन्हें कप्तान रोहित शर्मा के स्थान पर टीम में शामिल किया गया था. ईशान ने इस मौके का दोनों हाथों से पकड़ा और 126 गेंदों में डबल सेंचुरी लगाकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया. ईशान किशन वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए. ईशान किशन के दोहरे शतक से बिहार ही नहीं बल्कि देशभर के क्रिकेट फैंस में खुशी का माहौल है. हालांकि यहां तक पहुंचने से पहले ईशान किशन ने लंबा संघर्ष किया है.
क्या आपको पता है वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने वाले ईशान किशन ने खेल के लिए स्कूल छोड़ दिया था. ईशान की क्रिकेट के प्रति दीवानगी से टीचर भी परेशान थे, बार-बार क्लास में खड़ा किए जाने के बाद भी ईशान ग्राउंड में टिके रहते. टीचर ने साफ कह दिया कि पढ़ाई और क्रिकेट एकसाथ नहीं चल सकता है, ईशान को दोनों में से एक रास्ता चुनना होगा. लेकिन ईशान भी क्रिकेटर बनने का ठान चुके थे. उन्होंने टीचर से साफ कह दिया कि वह खेल के लिए पढ़ाई भी छोड़ सकते हैं. ईशान को स्कूल से निकाल दिया गया था. आज उसी ईशान ने इतिहास रच दिया है.
इतना ही नहीं ईशान किशन की पटना में एक बार पिटाई भी हो गई थी. उस समय पटना के लोग उन्हें पहचान तक नहीं पाए. हादसा उस वक्त हुआ था जब पटना में ईशान की कार से एक ऑटो की टक्कर हो गई थी, घटना में 4 लोग मामूली रूप से जख्मी हो गए थे. इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने ईशान को पहचाना नहीं और भीड़ ने उनकी पिटाई कर दी. बाद में मौके पर पहुंची कंकड़बाग पुलिस ने उन्हें वहां से निकाला. इस तरह ईशान किशन की जान बची थी.
ईशान किशन का जन्म 18 जुलाई 1998 को बिहार की राजधानी पटना में हुआ था. उनके पिता प्रणव कुमार पांडेय पेशे से एक बिल्डर हैं. ईशान का बिहार के औरंगाबाद जिले से भी गहरा नाता रहा है. ईशान का पैतृक निवास औरंगाबाद जिले के दाउदनगर अनुमंडल अंतर्गत गोरडीहा गांव में है. हालांकि ईशान की दादी सावित्री सिन्हा नवादा में सिविल सर्जन थीं. रिटायरमेंट के बाद उन्होंने नवादा में ही अपना आशियाना बना लिया. वैसे ईशान के माता-पिता पटना में ही रहते हैं. ईशान का घर पटना के बेली रोड स्थित आशियाना में है.
पटना के बेली रोड के आशियाना में 7 साल की उम्र में ही बल्ला पकड़ने वाले ईशान किशन बेहतरीन विकेट कीपर और बैट्समैन हैं. वे झारखंड की ओर से रणजी खेलते हैं. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और बीसीसीआई के बीच पंजीकरण के मुद्दों के कारण ईशान अपने राज्य की तरफ से नहीं खेल सके. अपने कोच के कहने पर उन्होंने पड़ोसी राज्य झारखंड के लिए खेलना शुरू किया. ईशान का टैलेंट कोच और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में निखरा और उन्हें अंडर-19 टीम की कप्तानी का मौका मिला. ईशान को कोच संतोष कुमार का साथ मिला, जिन्होंने ईशान की काबिलियत को किसी जौहरी की तरह तराशा. उन्होंने ईशान को शहर छोड़ने की सलाह दी, ताकि वे उच्च स्तर पर खेलने के लिए तैयार हो सके. मां इसके लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी, लेकिन बेटे की जिद के आगे उन्होंने भी अनुमति दे दी.
बता दें कि ईशान किशन की यह ओवरऑल वनडे की 9वीं पारी है. वे अब तक 3 अर्धशतक और एक शतक लगा चुके हैं. यानी वे हर दूसरी पारी में 50 से अधिक रन की पारी खेल रहे हैं. इस मुकाबले से पहले तक ईशान ने वनडे की 8 पारियों में 33 की औसत से 267 रन बनाए थे. 93 रन बेस्ट पारी रही थी. स्ट्राइक रेट 91 का रहा था, जो अच्छा है. वे 21 टी20 इंटरनेशनल में भी 589 रन बना चुके हैं. 4 अर्धशतक जड़ा है. वह घरेलू क्रिकेट में झारखंड और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के लिए भी खेलते हैं. ईशान किशन इंडियन प्रीमियर लीग 2022 के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे हैं.
बताते चलें कि भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज ईशान किशन ने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे क्रिकेट मैच में दोहरा शतक लगाया है. वनडे में दोहरा शतक जड़ने वाले ईशान किशन दुनिया के सातवें तो भारत के चौथे बल्लेबाज बने हैं. चटगांव वनडे में ईशान ने 24 चौके और 10 छक्के लगाकर 131 गेंद में 210 रन बनाए. इसके साथ ही ईशान किशन ने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. ईशान किशन ने 126 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया. क्रिस गेल ने 138 गेंदों में डबल सेंचुरी जड़ी थी. इस तरह भारतीय क्रिकेटर ने विश्व कीर्तिमान रच दिया.