केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे ठगी, सस्ते में फॉर्च्यूनर कार के नाम पर बदमाशों ने वसूले 8.29 लाख रुपये
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे और भाजपा नेता अर्जित शाश्वत चौबे से राहुल नाम के शख्स ने खुद को कस्टम इंस्पेक्टर बता 8.29 लाख, दो सौ रुपये ठग लिए। राहुल कुमार नाम के उस शख्स ने खुद का पता बरारी के खंजरपुर बताया और कस्टम में जब्त फॉर्च्यूनर गाड़ी बेचने के नाम पर अर्जित से पैसे ठग लिए। इसको लेकर अर्जित शाश्वत ने सजौर थाने में केस दर्ज कराया है। उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि पैसे ठगी करने वाले राहुल और उसके साथियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। अर्जित का यह भी आरोप है कि आरोपी ने धमकी देते हुए कहा कि अगर वे पुलिस के पास जाएंगे तो पूरे परिवार की हत्या कर देगा।
गाड़ी खरीदने के लिए 9.80 लाख में हुई थी डील, ऑक्शन डीएसपी बता एक शख्स से बात करा दी
अर्जित ने पुलिस को बताया है कि खुद को कस्टम अधिकारी बताने वाले शख्स ने परिचित लोगों का संदर्भ बताकर विश्वास में लिया। उसके बाद उसने पिछले साल 26 दिसंबर को कॉल कर बताया कि उसका तबादला कोलकाता के पास हो गया है। उसने यह भी बताया कि कस्टम द्वारा पकड़ी गाड़ियों का 27 दिसंबर को ऑक्शन है। कुछ अच्छी गाड़ियों का फोटो भेजकर खरीदने का भी ऑफर दिया। अर्जित ने उस तस्वीरों में फॉर्च्यूनर वाहन को चुना। तथाकथित कस्टम इंस्पेक्टर ने उन्हें बताया कि उस वाहन के लिए उन्हें 9.80 लाख रुपये भुगतान करने होंगे। उस शख्स ने एक शख्स से अर्जित की बात करा दी और बताया कि वह ऑक्शन डीएसपी है। उस शख्स ने अर्जित का पैन, आधार और डिजिटल फोटो भी व्हाट्सएप पर मंगवा लिया।
उनकी बातों पर विश्वास करते हुए अर्जित ने 27 दिसंबर से सात जनवरी के बीच 11 बार में अलग अलग लोगों को 8.29 लाख दो सौ रुपये ट्रांसफर कर दिए। ऑनलाइन के साथ ही खातों पर पैसे भेजे गए। पश्चिम बंगाल के वीरभूम और बांका स्थित बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए। उस तथाकथित कस्टम इंस्पेक्टर ने अपना स्टेनो बता बजरंगी कुमार सिंह के अलावा अपने स्टाफ बता सुरेश प्रमाणिक और सूरज कुमार सिंह के खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिया। अर्जित का यह भी कहना है कि उस शख्स ने विश्वास जीतने के लिए एक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी से बात करा दी और अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए डॉक्टर को लेकर सलाह भी ली।
सात जनवरी को गाड़ी की डिलीवरी नहीं हुई तो कॉल किया, फिर धमकी देने लगा
अर्जित का कहना है कि पैसे भुगतान करने के बाद सात जनवरी की रात गाड़ी की डिलीवरी करने की बात उस तथाकथित कस्टम इंस्पेक्टर ने कही थी। जब गाड़ी नहीं पहुंची तो आठ जनवरी को अर्जित ने राहुल को कॉल कर कारण पूछा तो उसने पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए जान से मारने की धमकी दी और कहा कि अगर पुलिस के पास जाएंगे तो पूरे परिवार की हत्या कर देंगे। अन्य जिन लोगों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए थे उनमें बजरंगी कुमार सिंह व अन्य से बात की तो उन दोनों ने भी मामले में अनभिज्ञता जताते हुए गालीगलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी और पैसा भूल जाने को कहा। अर्जित ने पुलिस को ट्रांसफर किए गए पैसे का पूरा ब्योरा उपलब्ध कराया है।





