‘हमें छोड़कर मत जाइए.. Love You सर’, बिहार के नवादा में शिक्षक की विदाई पर पर फूट फूटकर रोईं छात्राएं
आज के दौर में शिक्षक और छात्रों के रिश्तों में काफी बदलाव आया है. अब पहले की तरह गुरु शिष्य के रिश्ते की मिठास बहुत कम देखने को मिलती है. लेकिन अगर किसी शिक्षक के स्कूल से जाने पर छात्रों के आंसू रुकने का नाम ना ले तो इसका मतलब साफ है, शिक्षक ने अपने कर्तव्य का बहुत अच्छे से और ईमानदारी से निर्वहन किया है. ऐसा ही एक वीडियो नवादा से सामने आया है. उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नेमदारगंज के प्रभारी प्रधानाध्यापक दयानंद प्रसाद का विदाई समारोह था. इस दौरान छात्राओं ने उनका हाथ पकड़ लिया और फफक-फफक कर रो पड़ीं.
टीचर की विदाई पर रोने लगीं छात्राएं:
वायरल हो रहे इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बच्चे अपने प्रभारी प्रधानाध्यापक दयानंद सर का हाथ छोड़ ही नहीं रहे थे. उन्हें विद्यालय से जाने दे ही नहीं रहे थे. काफी समझाने-बुझाने के बाद छात्राओं ने दयानंद सर का हाथ छोड़ा. बच्चों के इस प्यार और सम्मान को देखकर दयानंद सर भी अपने आंसू रोक नहीं सके.
शिक्षक को बच्चों ने दिया गिफ्ट और किया ये वादा:
टीचर के स्कूल से जाने के समय ऐसा लग रहा था कि बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हो. किसी बच्चे ने दयानंद सर को कलम भेंट की तो किसी बच्चे ने उनके हाथ को बड़े भावपूर्ण ढंग से चूम लिया. वहीं किसी बच्ची ने माइक लेकर ये बताया कि वह अपने दयानंद सर की तरह ही शिक्षक बनना चाहती है. किसी ने देश का सच्चा सिपाही तो किसी ने ब्लैक कमांडो भी बनने की इच्छा जाहिर की. एक विद्यार्थी ने वैज्ञानिक बनने का भी अपने दयानंद सर से वादा किया. तब कहीं जाकर माहौल थोड़ा सहज हो सका.
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नेमदारगंज के प्रभारी प्रधानाध्यापक दयानंद प्रसाद की विदाई की इस घड़ी में उच्च माध्यमिक विद्यालय महेशडीह के प्रधानाध्यापक रघुनन्दन किशोर ने सम्मान पत्र पढ़कर वातावरण को और भी कारुणिक बना दिया. उन्होंने अपने हृदय का उद्गार प्रस्तुत करते हुए दयानंद प्रसाद के व्यक्तित्व को बड़ा ही विनम्र एवं विद्वतापूर्ण बताया. वहीं सहायक शिक्षक कुश कुमार ने भी अपनी बातें रखी. विद्यालय की ओर से दयानंद प्रसाद जी को श्रीमद्भागवत गीता देकर एवं अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया.
‘मत जाइए सर’, ‘आई लव यू सर’:
वहीं शिक्षिका रेखा कुमारी ने विदाई गीत गाते हुए माहौल को और भी गमगीन कर दिया. इसके साथ ही कई सारे बच्चे बच्चियों ने संदेश बोर्ड पर अपने प्रिय प्रधानाध्यापक दयानंद प्रसाद के लिए ‘मत जाइए सर’, ‘आई लव यू सर’, ‘आप के बताए रास्ते पर हमलोग चलेंगे सर’ आदि आदि दिल को छू लेने वाले संदेश लिखे.
6 सालों से दे रहे थे सेवा:
अकबरपुर प्रखण्ड के मध्य विद्यालय कुहिला में एक विज्ञान शिक्षक के रूप में अपनी पहली सेवा देने के बाद दयानंद प्रसाद प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में जब उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नेमदारगंज में नियुक्त हुए तो उस समय किसी ने सोचा नहीं था कि सिर्फ छह वर्षों की छोटी-सी अवधि में ही वे अपने विद्यालय के बच्चों के अलावे आसपास की दलित बस्ती एवं दिव्यांग लोगों की शिक्षा के प्रति भी इतने समर्पित रहेंगे. इस तरह से अपने शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ-साथ सारे विद्यार्थियों एवं आसपास के लोगों के बीच भी इतने लोकप्रिय हो जाएंगे. उनकी विदाई के समय सभी लोग फूट-फूट कर रोने लगे.
प्रभारी प्रधानाध्यापक दयानंद प्रसाद के विदाई समारोह का मंच संचालन किया शिक्षक एवं जिले के जानेमाने साहित्यकार डॉ. गोपाल निर्दोष ने जबकि मौके पर विद्यालय के शिक्षक कुश कुमार, उच्च माध्यमिक विद्यालय महेशडीह के प्रधानाध्यापक रघुनन्दन किशोर, शिक्षक अरुण कुमार वर्मा, गोपाल प्रसाद, विवेक कुमार, रात्रि प्रहरी सतीश कुमार, शिक्षा समिति सदस्य चांदनी कुमारी, शिक्षिका रेखा कुमारी, फूल कुमारी सहित विद्यालय के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे.