बीएसएससी पेपर लीक की अफवाह फैलाने में दो गिरफ्तार, मोबाइल के साथ दी थी परीक्षा
बिहार कर्मचारी चयन आयोग यानी बीएसएससी (BSSC) की तृतीय स्नातक परीक्षा के दूसरे दिन 24 दिसंबर 2022 की पहली पाली में परीक्षा में शामिल रोहतास जिले के 1 छात्र प्रशांत कुमार द्वारा भी प्रश्नपत्र वायरल किया गया था. बीएसएससी के ओएसडी मनीष कुमार की सूचना पर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई यानी ईयोयू (EOU) ने बीएसएससी पेपर लीक में अलग से केस दर्ज कर लिया है और छानबीन की जा रही है. इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने परीक्षार्थी प्रशांत और उसके 1 साथी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
कर्मचारी चयन आयोग की मानें तो यह मामला साजिश कर परीक्षा में व्यवधान डालने का है. गलत मकसद से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का चोरी-छिपे दुरुपयोग कर प्रश्न पत्र का फोटो खींचकर वायरल किया गया जो एक गंभीर मामला बनता है. इस पूरे मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम डीएसपी के नेतृत्व में जांच कर रही है. इस टीम ने 4 जनवरी को कांड संख्या 1/ 2023 आर्थिक अपराध इकाई के थाने में दर्ज किया है. इसमें आरोपियों पर आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में चल रही. जांच कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर की जा रही है. वैज्ञानिक तरीके से तकनीकी अनुसंधान भी किया जा रहा है. इस षड्यंत्र में शामिल और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की योजना बनाई गई है. शुरुआती जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि 24 दिसंबर की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 12:15 तक आयोजित की गई थी. लेकिन, दानापुर के बीएस कॉलेज स्थित केंद्र पर परीक्षा दे रहे रोहतास के बिक्रमगंज के धनगाई कचहरी गांव के रहने वाले प्रशांत कुमार 12 बजकर 14 मिनट पर अपने मोबाइल से प्रश्न पत्र की फोटो खींचकर 1 बजकर 10 मिनट पर अपने दो साथियों को भेजा.
यानी जो प्रश्न पत्र बाहर भेजा गया तब 55 मिनट पहले ही परीक्षा समाप्त हो चुकी थी. यानी प्रशांत कुमार ने जानबूझकर परीक्षा में खलल डालने के मकसद से इस तरह की साजिश रची. उसके साथ इस साजिश में कई और लोग शामिल हैं जिसके बारे में आर्थिक अपराध इकाई की टीम छानबीन कर रही है और फिर आगे कार्रवाई करेगी.






