राज्यभर के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा अप्रैल के पहले सप्ताह में हो सकती है। मार्च के अंतिम सप्ताह में एडमिट कार्ड जारी कर दिया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया 15 से 20 फरवरी के बीच प्रारंभ होगी। प्रवेश परीक्षा के आधार पर राज्यभर में करीब 330 कॉलेजों में लगभग 35 हजार सीटों पर नामांकन होगा।
राजभवन ने एकबार फिर से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को बीए प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेवारी सौंपी है। पिछले दिनों बीएड नामांकन समिति की बैठक कुलपति की अध्यक्षता हुई। इसमें नामांकन प्रक्रिया के संभावित तिथियों पर विचार-विमर्श किया गया। कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने बताया कि सत्र को नियमित करने के लिए नामांकन प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी।
20 जून तक पूरी कर ली जाएगी नामांकन प्रक्रिया
कुलपति ने बताया कि 20 जून तक नामांकन प्रक्रिया पूरी कर लेनी है। एक जुलाई से नया सत्र शुरू होगा। बीएड नामांकन प्रक्रिया के लिए जल्द एजेंसी का चयन किया जाएगा। आवेदन शुल्क एक हजार से बारह सौ रुपये रखा गया है। राशि ऑनलाइन जमा होगी। सभी विश्वविद्यालयों से उसके अंतर्गत आने वाले कॉलेजों की सूचना मांगी गई है। कई विश्वविद्यालयों में बीएड कॉलेजों की संख्या बढ़ी है।
सीईटी-बीएड : मान्यता प्राप्त कॉलेजों की मांगी गयी सूची
राज्य स्तरीय बीएड संयुत प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड 2023) के लिए विश्वविद्यालय ने प्रो. अशोक कुमार को नोडल अधिकारी बनाया है। एनसीटीई की मान्यता प्राप्त कॉलेजों में ही नामांकन होगा। जिन कॉलेजों की मान्यता विगत समय में समाप्त हो गयी है, उनमें सीटें अलॉट नहीं की जाएंगी।
सिलेबस में बदलाव नहीं
सईटी प्रवेश परीक्षा में 120 अंकों के प्रश्न पूछे जायेंगे। दो घंटे की परीक्षा होगी। हर प्रश्न एक अंक का होगा। निगेटिव मार्किंग नहीं है। सामान्य वर्ग के लिए क्वालिफिकेशन मार्क्स 35 प्रतिशत व आरक्षित वर्ग के लिए 30 प्रतिशत है। इसके बाद आरक्षण व मेरिट के आधार छात्रों द्वारा दिये गये च्वॉइस के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी की जायेगी। उसी के अनुसार नामांकन होगा।
शिक्षा शास्त्री के लिए अंग्रेजी की जगह संस्कृत में आवेदन करना होगा। अंग्रेजी या संस्कृत से 15, सामान्य हिन्दी से 15, स्कूलों में शिक्षण पर्यावरण से 25 और लोकल एंड एनालिटिकल रीजनिंग से 25 अंकों के प्रश्न पूछे जायेंगे।
बीएड प्रवेश परीक्षा विशेषज्ञ आशीष आदर्श ने बताया कि परीक्षा में बिहार का इतिहास, भूगोल के अलावा टीचिंग एप्टीट्यूट से प्रश्न पूछे आते हैं। जीके और जीएस के साथ रीजनिंग भी होते हैं। इसके अलावा कुछ प्रश्न गणित व विज्ञान से पूछे जाते हैं। छात्र गंभीरता से तैयारी करेंगे तो सरकारी और बेहतर बीएड कॉलेजों में नामांकन हो जाएगा। परीक्षा में करीब एक से सवा लाख छात्र शामिल होते हैं।
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