केके पाठक का वीडियो वायरल करने के मामले में बड़ी कार्रवाई, दो अवर निबंधक हुए सस्पेंड
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बिहार के इन दिनों आईपीएस और आईएस विवाद काफी सुर्ख़ियों में बना हुआ है। राज्य के आला अधिकार अपनी किसी न किसी बातों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। इसी बीच अब मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक से जुड़ें एक मामले में बड़ी जानकारी निकल कर सामने आ रही है।
दरअसल, पिछले दिनों मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की बैठक का वीडियो तेजी से वारयल हुआ था। जिसके बाद इसको लेकर राज्य के अंदर काफी विवाद हुआ था। इसके बाद अब इस मामले में बड़ी कार्रवाई की गयी है। इसको लेकर दो अवर निबंधकों पर कार्रवाई की गई है। इस मामले में पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल के अवर निबंधक अहमद हुसैन और मधुबनी के बाबूबरही के प्रणव शेखर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
मालूम हो कि, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया गया था। जिसमें बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी एवं बिहार के लोगों पर टिप्पणी की गई थी। इस मामले के तूल पकड़ने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को इसकी जांच करने के लिए कहा था। जिसके बाद अब जांच रिपोर्ट आने के बाद इनके ऊपर यह कार्रवाई की गई है।
बताया जा रहा है कि, विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि विभागीय बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग कर इसे प्रसारित करने के मामले में उक्त दोनों अवर निबंधकों से स्पष्टीकरण मांगा गया था। लेकिन, इनके तरफ से संतोषप्रद जवाब नहीं दिए गए। जिसके बाद दोनों निबंधन कार्यालयों का निरीक्षण कराया गया था। पकड़ीदयाल के अवर निबंधक के बारे में जांच टीम ने रिपोर्ट दी कि अहमद हुसैन अपने समनपुरा स्थित आवास से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग की बैठक में शामिल होते थे।
संदेह से बचने के लिए आवास को ही कार्यालय का रूप दे दिया था। इसे देखते हुए उनके द्वारा वीडियो प्रसारित करने की पूरी आशंका है।यह कार्य सरकारी सेवक के आचरण के प्रतिकूल है। इसे देखते हुए अहमद हुसैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय बांका निर्धारित किया गया है।
इसी तरह बाबूबरही के अवर निबंधन कार्यालय की भी जांच की गई। अवर निबंधक प्रणव शेखर से पूछताछ के आधार पर जांच दल ने उनके द्वारा वीडियो प्रसारित करने की आशंका जताई। बिना अनुमति के ऐसा किए जाने पर विभाग ने प्रणव शेखर को भी निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला निबंधन कार्यालय जमुई निर्धारित किया गया है।