समस्तीपुर Town

नजर हर खबर पर…

BiharNEWS

नीतीश कैबिनेट की बैठक खत्म: मंत्रियों के वेतन-भत्ते में हुई बढ़ोत्तरी, सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण की मिली मंजूरी

बिहार कैबिनेट की मीटिंग में 36 एजेंडों पर मुहर लगी है। बिहार सरकार ने राज्य के मंत्रियों के वेतन-भत्ते में बढ़ोत्तरी की है। मिली जानकारी के अनुसार मंत्रियों के वेतन में 30 से 35 हजार रुपये की वृद्धि की गयी है। अब मंत्रियों को वेतन-भत्ता करीब 2 लाख 70 हजार मिलेगा। वही मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव व सीनियर आईएएस दीपक कुमार के कार्यकाल को एक्सटेंशन किया गया है। जल संसाधन विभाग के प्रस्ताव सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मुहर लगाई है ।

जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताते हुए कहा की यह मिथिला के लिए बड़ा तोहफा है। उत्तर बिहार, खासकर मिथिला वासियों की लोक आस्था के प्रमुख केंद्र सिमरिया धाम (बेगूसराय) में उत्तरवाहिनी गंगा नदी के तट पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रीवर फ्रंट का विकास किया जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में सिमरिया धाम के विकास के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार योजना को मंजूरी मिल गयी है। इसमें नदी तट पर पक्के सीढ़ी घाट के निर्माण, कल्पवास मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाओं के विकास एवं सौंदर्यीकरण की योजना शामिल है।

IMG 20220723 WA0098

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवंबर 2022 में सिमरिया धाम में लगे कल्पवास मेले में भ्रमण कर साधु-संतों का फीडबैक लिया था और क्षेत्र के विकास के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा तैयार कॉन्सेप्ट प्लान की समीक्षा कर विस्तृत योजना बनाने के निर्देश दिये थे। सिमरिया धाम के विकास की योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिलने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि यह मिथिलावासियों के लिए एक बड़ा तोहफा है। इससे जहां सिमरिया धाम धार्मिक पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा, वहीं आसपास के क्षेत्र को बाढ़ एवं कटाव से भी सुरक्षा मिलेगी।

new file page 0001 1

जल संसाधन मंत्री ने कहा कि सिमरिया धाम उत्तर बिहार के लोगों की आस्था का एक प्रमुख केंद्र रहा है। इस स्थल पर उत्तरवाहिनी गंगा होने के कारण इसका धार्मिक महत्व काफी अधिक है। हर साल कार्तिक मास में यहां कल्पवास मेले की परंपरा सदियों से चली आ रही है। सिमरिया कल्पवास मेले को एक दशक से अधिक से राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त है। यहां वर्ष 2011 में अर्ध कुंभ और 2017 में महाकुंभ का आयोजन हो चुका है। इसके अलावा यहां स्नान, मुंडन और धार्मिक अनुष्ठान के लिए सालोभर काफी श्रद्धालु आते रहते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह स्थल राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मस्थली के रूप में भी विख्यात है। लेकिन, जरूरी सुविधाओं के अभाव के कारण यहां पर्यटन का विकास नहीं हो पाया है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां जरूरी सुविधाओं के विकास के लिए योजना बनाने के निर्देश दिये थे।

IMG 20230314 WA0036 01

जल संसाधन विभाग ने सिमरिया में राजेन्द्र सेतु और निर्माणाधीन छः-लेन पुल के बीच में गंगा नदी के बायें तट का आवश्यकतानुसार उच्चीकरण करते हुए नदी भाग में लगभग 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट के निर्माण के साथ-साथ संपूर्ण कल्पवास क्षेत्र में सुविधाओं के विकास एवं सौंदर्यीकरण की योजना तैयार की है। योजना की प्राक्कलित लागत राशि 114.97 करोड़ रुपये है। इसमें रीवर फ्रंट का विकास, गंगा आरती हेतु विनिर्दिष्ट स्थल का निर्माण, स्नान घाट एवं चेंजिंग रूम का निर्माण, स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा व्यवस्था, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप का निर्माण, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंडस्केपिंग, शौचालय परिसर, धर्मशाला परिसर, पाथ-वे एवं प्रकाशीय व्यवस्था का निर्माण शामिल है। इन कार्यों को 18 माह में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। छह लेन सेतु से दक्षिण में शवदाह के लिए मोक्षधाम को भी बेहतर बनाया जाएगा। इन कार्यों से आसपास के क्षेत्र को बाढ़ एवं कटाव से भी सुरक्षा मिलेगी।

IMG 20230301 WA0084 01

संजय कुमार झा ने कहा कि सिमरिया धाम रेलमार्ग एवं सड़क मार्ग से जुड़ा है। ऐसे में सुविधाओं का विकास होने पर सिमरिया धाम धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा। मिथिला के विभिन्न जिलों से यहां पहुंचने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि होगी और उन्हें यहां आकर गर्व महसूस होगा। इससे आसपास के इलाके में कई तरह के कारोबार और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

IMG 20230109 WA00071 840x760 1IMG 20221203 WA0074 0120x10 Hoarding 11.02.2023 01 scaledPost 193 scaled