बिहार: DSP ने ट्रांसफार्मर पर झूलते बिजली मिस्त्री की देवदूत बनकर बचाई जान, अपनी गाड़ी से ले गए अस्पताल
बिहार के बेगूसराय में पुलिस का मानवीय चेहरा उस वक्त देखने को मिला, जब एक इलेक्ट्रीशियन को करंट लग गया. तेघड़ा के डीएसपी ने तुरंत उसे अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचा. इलेक्ट्रीशियन की जान बचाने के लिए वो रास्ते भर उसे खुद सीपीआर देते रहे. दरअसल, कचहरी रोड स्थित जिला परिषद मार्केट के सामने ट्रांसफार्मर को ठीक करने के दौरान श्रवण तांती करंट की चपेट में आ गया. बिजली की चपेट में आते ही वो ट्रांसफार्मर से चिपक गया. इस दौरान वहां काफी भीड़ थी. लोगों ने तुरंत बिजली कटवाई और उसे उतारा.
इसी दौरान वहां से तेघड़ा के डीएसपी डॉ रविंद्र मोहन प्रसाद गुजर रहे थे. वो अपने कार्यालय जा रहे थे. लोगों ने उन्हें रोककर एंबुलेंस बुलाने की अपील की. तो उन्होंने कहा कि मेरी गाड़ी को ही एंबुलेंस समझो. उन्होंने तुरंत बिजली मैकेनिक को अपनी गाड़ी लिटाया और खुद ही उसे सीपीआर देने लगे. घायल बिजली मैकेनिक की जान बचाने के लिए डीएसपी रास्ते भर उसे सीपीआर देते रहे. सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि यदि डीएसपी की ओर से समय पर प्राथमिक उपचार नहीं दिया जाता तो घायल की जान बचनी मुश्किल थी.
घायल की जान बचने पर डीएसपी ने काफी खुशी जताई. उन्होंने कहा कि पुलिस मैनुअल में ही मानवता फर्स्ट का जिक्र है. इसके साथ ही एक चिकित्सक होने के नाते मेरा दायित्व बनता है कि घायल को तुरंत प्राथमिक उपचार दूं. बस मैंने वही किया.
बता दें कि डीएसपी रविंद्र मोहन प्रसाद पुलिस डॉक्टर भी हैं. डीएसपी बनने से पहले चिकित्सक थे. उन्होंने पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई की है. उनकी दरियादिली और डॉक्टरी ने आज एक गरीब की जान बचा ली. अब पूरे जिले में डीएसपी की काफी तारीफ हो रही है.