‘कमरा बंद कर उतरवाए कपड़े फिर….’ प्रधानाध्यापक पर 9-11 साल की नाबालिग छात्राओं का आरोप, ग्रामीणों ने कर दी धुनाई
आप सभी लोगों ने यह मंत्र जरूर सुना होगा कि “गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:” लेकिन जब इस मंत्र से अलग हटकर काम किया जाए या यूं कह लें कि भगवान का स्वरूप माना जाने वाले शिक्षक ही दानव हो गए तो फिर लोगों से अंदर से विश्वाश उठ जाता है। उन्हें लगता है कि किसी पर भी इस ज़माने में भरोसा नहीं किया जा सकता। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला सारण जिले से निकल कर सामने आया है। जहां एक स्कूल का हेडमास्टर ही बच्चियों से साथ गलत कामों को अंजाम देता था।
दरअसल, सारण जिले में स्कूल के एक हेडमास्टर द्वारा स्कूल की लड़कियों से गलत काम करने का शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां जिले के अमनौर प्रखण्ड के प्राथमिक विद्यालय किशुनपुर के हेडमास्टर (एचएम) ने चौथी क्लास की चार लड़कियों को एक कमरे में बंद कर उनके साथ अपने काले मंसूबों को अंजाम दिया। इस बीच एक छात्रा के शोर मचाने पर आस – पास के लोग वहां जुट गए तो मामले की जानकारी सामने आई। जिसके बाद टीचर की जमकर धुनाई की गयी। इसके उपरांत इस मामले की जानकारी नजदीकी थाने को दी गई। अब इस मामले में ग्रामीणों की शिकायत पर भेल्दी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई।
बताया जा रहा है कि, प्राथमिक विद्यालय किशुनपुर के हेडमास्टर ने पहले स्कूल की इन लड़कियों को लोभ देकर उनको बहलाया – फुसलाया और उन्हें कमरे में ले गए और अंदर से बंद कर दिया। फिर उन्हें निर्वस्त्र कर छेड़खानी करने लगे। इस बीच इनमें से एक बच्ची वहां से भाग गई और शोर मचाने लगी। शोर सुनकर लोग दौड़कर स्कूल पहुंचे तो देखा कि बच्ची के बदन पर कपड़े नहीं हैं। लोगों ने कपड़े पहनाकर उसे बाहर निकाला और एचएम को जमकर पीटा। इस एचएम का नाम आनंद बिहारी बताया जा रहा है।
इधर, इस मामले को लेकर हेडमास्टर ने आरोप को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है उनका कहना है कि टास्क न बनाने पर तीन दिन पहले एक लड़की की पिटाई की थी। इसलिए इस तरह का आरोप लगाया गया है। अमनौर के बीईओ विश्वनाथ प्रसाद मिश्र ने कहा कि स्कूल के एचएम के खिलाफ छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है। मामले की जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।