बिहार: महिला थाने में दुल्हा बनकर पहुंचा आरोपित दारोगा, नाराज प्रेमिका की भरी मांग, नौकरी मिलने के बाद मुकर रहा था
बिहार के भागलपुर में थाने में शादी हुई और पुलिस वाले बाराती बने। संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर को साक्षी मानकर दूल्हे ने दुल्हन की मांग भरी और साथ जीने-मरने की कसमें खाई। शादी की एक खास बात ये भी थी कि प्रेमिका को महिला थाने की पुलिस कर्मियों ने दुल्हन की तरह सजाया, तो प्रेमी को एससी-एसटी थाने के पुलिस वालों ने दूल्हे का सेहरा पहनाया।
मंगलवार को महिला थाने में पुलिस वालों की मौजदूगी में दोनों ने एकदूजे को वरमाला पहनाई, फिर दूल्हे ने दुल्हन की मांग भरी। बाराती बने पुलिस कर्मियों ने शगुन के तौर पर दुल्हन को पैसे भी दिए।
मामला एकचारी के टपुआ थाना क्षेत्र का है। जहां एक महिला ने अपने प्रेमी पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। आरोपी प्रेमी मुजफ्फरपुर में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। पहले को शादी से इनकार कर रहा था, लेकिन पुलिस वालों के समझाने के बाद उसने खुशी-खुशी शादी की।
पहले शादी से इनकार कर रहे थे दरोगा जी
एकचारी के टपुआ थाना क्षेत्र के रुदल पासवान के 32 साल के बेटे मनोज कुमार उर्फ गौरव कुमार अपने ही गांव की रहने वाली जमुनी मंडल की 20 साल की बेटी वंदना कुमारी से अफेयर था। बाद में गौरव अंतरजातीय विवाह का बहाना बनाकर शादी से इनकार कर रहा था।
जिसके बाद युवती ने प्रेमी पर शादी का झांसा देने का आरोप लगाया था और पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार के पास न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने मामले को संज्ञान में लिया और दरोगा गौरव कुमार पर महिला थाने में मामला दर्ज हुआ था।
थाने में खुशी-खुशी हुई शादी
लड़के के पिता की शादी को लेकर रजामंदी नहीं थी। हालांकि महिला थाना पुलिस और एससी-एसटी थाना पुलिस के द्वारा घंटों समझाने के बाद सब-इंस्पेक्टर माने और शादी विधिवत संपन्न हुई। लड़के ने कहा कि पहले रजामंदी नहीं थी लेकिन अब वह इस शादी से काफी खुश है और दोनों एक साथ जीवन गुजारना चाहते हैं।
महिला थाना पुलिस और SC-ST पुलिस के जितने भी जवान थे सभी ने इसमें खुशी-खुशी शिरकत की। वहीं, इस शादी को लेकर दूल्हे के भाई ने कहा कि प्रदेश में दहेज को लेकर कई अप्रिय घटना हो रही है। ऐसे में मेरे भाई ने दहेज लेने वालों के मुंह पर तमाचा मरने का काम किया है। हम लोग की सहमति से ये शादी हुई है।