लोकसभा चुनाव नजदीक आया, चिराग पासवान को फिर से बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट याद आया
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2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से आठ महीने पहले फरवरी 2020 में बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का नारा देकर पूरे बिहार की यात्रा करने वाले लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले फिर से बिहार 1st, बिहारी 1st की याद आ गई है।
चिराग ने गुरुवार को पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके फिर से विजन डॉक्यूमेंट बनाने के लिए लोगों से सुझाव मांगा है और इसके लिए एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया है। 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले भी चिराग पासवान ने लोगों से राय मांगी थी और ठीक चुनाव से पहले अक्टूबर में दावा किया था कि लगभग चार लाख लोगों से मिले सुझाव को ध्यान में रखकर विजन डॉक्यूमेंट बनाया गया है। एक तरह से वो लोजपा का चुनाव घोषणापत्र था।
2020 के चुनाव से पहले चिराग ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अपने नाम के आगे युवा बिहारी जोड़ा था। चिराग के बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट नारे वाले 2020 के विजन डॉक्यूमेंट में सभी सरकारी विभागों में स्वीकृत और खाली पदों पर बहाली, संविदा पर काम कर रहे लोगों को सरकारी सेवा में नियमित करने, बिहार में नए मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने, प्रवासी मजदूरों के लिए एक अलग मंत्रालय बनाने जैसे वादे किए गए थे। चिराग ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के लोगों से बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट थीम पर सुझाव मांगे हैं जिसके आधार पर वो लोजपा-रामविलास का विजन डॉक्यूमेंट बनाएंगे।
अब बनेगा आपके सपनों का बिहार…
" बिहार 1st – बिहारी 1st " विजन डॉक्यूमेंट में #WhatsApp (70917-76636) के माध्यम से अब आप भी अपने सुझाव दे सकते हैं।
आपके सुझाव को अवश्य विजन डॉक्यूमेंट में शामिल किया जाएगा।https://t.co/EHw2c91Ejr pic.twitter.com/FPeDUVImqT— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) June 8, 2023
2020 के विधानसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान ने 21 फरवरी को बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट यात्रा भी निकाली थी। 21 अक्टूबर को उन्होंने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट पेश किया था। इसी के नाम पर वो एनडीए और बीजेपी से अलग होकर 135 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़े थे जिसमें उन्हें एक सीट पर जीत मिली थी। लोजपा को 2020 के विधानसभा चुनाव में 5 परसेंट से ज्यादा वोट मिले थे और लगभग 24 लाख वोट मिले थे।
जेडीयू ने एनडीए छोड़ने के बाद पिछले साल से कहना शुरू किया कि चिराग को बीजेपी ने लड़ाया था क्योंकि लोजपा ने ज्यादातर कैंडिडेट सिर्फ उन सीटों पर दिए थे जो बीजेपी ने लड़ने के लिए जेडीयू को दिए थे। माना जाता है कि इन सीटों पर बीजेपी के काफी वोट गठबंधन की पार्टी जेडीयू के बदले लोजपा को मिल गए। तब चिराग ने नारा भी दिया था ‘मोदी से बैर नहीं, नीतीश कुमार की खैर नहीं।’