नीतीश कुमार के खिलाफ मानहानि का केस करेगी जीतनराम मांझी की पार्टी? विपक्ष की मुखबिरी करने का लगाया था आरोप
लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने महागठबंधन छोड़कर बिहार की सियासी गलियारे में गर्माहट पैदा कर दी है। अब मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी है। दरअसल, महागठबंधन से अलग होने के बाद सीएम नीतीश ने मांझी को भेदिया बताया था और विपक्षी एकता की बातें बीजेपी को बताने का आरोप लगाया था। HAM ने इस आरोप को निराधार बताते हुए नीतीश से माफी की मांग की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्यामसुंदर शरण ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने जीतनराम मांझी का अपमान किया है। सीएम को अपने शब्द वापस लेने होंगे। मांझी को मुखबिर कहना, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शरण ने कहा कि सीएम नीतीश उनसे माफी मांगें, नहीं तो उनके खिलाफ मानहानि का केस किया जाएगा।
नीतीश कुमार ने क्या कहा था?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते शुक्रवार को जीतनराम मांझी के महागठबंधन से अलग होने पर मीडिया के सामने प्रतिक्रिया दी। पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मांझी महागठबंधन में रहकर बीजेपी नेताओं से बात कर रहे थे। हमें मालूम था कि वे छोड़कर जाने वाले हैं। विपक्षी एकता की 23 जून को बैठक होने वाली है। अगर मांझी उसमें रहते तो अंदर की बात बीजेपी को जाकर बता देते। इसलिए उन्हें HAM को जेडीयू में मर्ज करने के लिए कहा गया था। इस पर वे सहमत नहीं हुए।
मांझी के एनडीए में जाने की अटकलें
पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के महागठबंधन छोड़ने के बाद एनडीए में जाने की अटकलें तेज हैं। वे अभी दिल्ली दौरे पर हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ जाने पर उनकी शाह से चर्चा हो सकती है। हालांकि, मांझी तीसरे मोर्चा बनाने के विकल्प भी तलाश रहे हैं।