बीपीएससी पेपर लीक कांड: आरोपी शक्ति सिंह का स्कूल होगा नीलाम, वसूल किए जाएंगे सात करोड़ रुपए
2022 में हुए बीपीएससी की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा लीक करानेवाले मास्टरमाइंड शक्ति सिंह के खिलाफ सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। गया शहर के डेल्हा स्थित जिस आईडियल हायर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल से पेपर लीक हुआ था, अब गया जिला प्रशासन उसे निलाम करने की तैयारी में है। हालांकि यह कार्रवाई बीपीएससी पेपर लीक करने के कारण नहीं की जा रही है। यह कार्रवाई उस स्कूल से इंटर का फॉर्म भरनेवाले छात्रों के लिए की गई है।
सात करोड़ की होगी वसूली
बताया गया कि शक्ति सिंह ने 2016 में 120 के बजाय 2057 बच्चों का फार्म इंटरमीडिएट में भरवा दिया था। बीएसईबी ने मान्यता रद्द कर रिजल्ट रोक दिया था। छात्रों की तरफ से हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की गई। हाईकोर्ट ने बच्चों की फीस वापस करने के साथ-साथ प्रति परीक्षार्थी बीस हजार रुपए हर्जाना जिला नजारत में जमा करने का आदेश दिया। इस मामले में डीएम के आदेश से सर्टिफिकेट केस किया गया है। यह राशि सूद सहित सात करोड़ से अधिक हो गई है। अब इसकी वसूली होगी।
स्कूल की संपत्ति नीलाम करने की तैयारी
पहले स्कूल की संपत्ति नीलाम होगी और यदि राशि पूरी नहीं हुई तो प्रबंधकारिणी समिति के सदस्यों की संपत्ति भी नीलाम होगी। इस मामले में स्थानीय तौर पर डेल्हा थाने में भी प्राथमिकी दर्ज है। डेल्हा स्थित आईडियल हायर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल का प्राचार्य शक्ति सिंह है। शक्ति सिंह रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज का भी प्राचार्य है। इसी कॉलेज में 67वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का पेपर लीक हुआ था।
हालांकि, एक माह पहले शक्ति सिंह जमानत पर रिहा हो चुका है। विदित हो कि एक ही भवन में उक्त दो संस्थाओं के अलावा रामशरण सिंह सीनियर सेकेंड्री स्कूल भी संचालित कर रहा है। पटना हाईकोर्ट ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है। पिछले 28 जून को हाईकोर्ट में गया के डीएम की सदेह उपस्थिति हुई है।
बिहार स्कूल परीक्षा समिति भी सवालों के घेरे में
फार्म भरने की प्रक्रिया के तहत छात्रों का फार्म डीईओ के माध्यम से बीएसईबी को भेजा जाता है। परंतु आईडियल स्कूल के मामले में ऐसा नहीं हुआ। बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद के आदेश से इतनी बड़ी संख्या में छात्रों का फार्म भरवाया गया और परीक्षा भी ली गई। सवाल यह कि ऐसा करने के पीछे बोर्ड अध्यक्ष की क्या मंशा थी