बेंगलुरु बैठक के बाद नीतीश-लालू की चुप्पी, तेजस्वी भी कुछ नहीं बोले, क्या है संकेत?
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की दूसरी बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नाराजगी की अटकलें लगाई जा रही हैं। सीएम नीतीश मंगलवार को बेंगलुरु बैठक से पहले ही निकल गए थे। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी उनके साथ रहे। तीनों नेता बेंगलुरु में विपक्षी नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी मौजूद नहीं रहे। पटना लौटने के बाद नीतीश, लालू और तेजस्वी एयरपोर्ट पर मीडिया से बात किए बिना ही अपने आवास पर लौट गए। तीनों नेताओं की चुप्पी से राजनीतिक गलियारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। दूसरी ओर, चर्चा है कि विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम इंडिया रखने पर नीतीश ने बैठक में आपत्ति जताई थी।
देशभर के विपक्षी दलों के नेताओं की गठबंधन को लेकर बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस फ्रंट सीट पर नजर आई। इससे पहले पटना में पिछले महीने हुई विपक्ष की पहली बैठक में नीतीश कुमार अहम भूमिका में नजर आए थे। नीतीश ने कई नेताओं से मुलाकात कर इस बैठक का न्योता दिया था और उन्हें एकजुट करने के लिए साझा मंच पर लेकर आए। चर्चा है कि बेंगलुरु में हुई दूसरी बैठक में नीतीश कुमार बैकसीट पर चले गए। इसकी कमान कांग्रेस ने अपने हाथों में ले ली। इस बैठक का आयोजन भी कांग्रेस ने ही किया था।
नीतीश को इंडिया नाम से आपत्ति
विपक्षी दलों ने 2024 चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मोर्चेबंदी का नाम इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इंक्लुसिव एलायंस) रखा है। रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार को इस नाम से ऐतराज है। बेंगलुरु की बैठक में मंगलवार को सीएम नीतीश ने इस नाम पर आपत्ति जताई। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस नाम का महत्व समझाया तो नीतीश को न चाहते हुए भी इसपर हामी भरनी पड़ी। हालांकि, सीएम नीतीश या उनकी पार्टी की ओर से इस पर अब तक कुछ नहीं कहा गया है।
संयोजक न बनाए जाने से नाराज हैं नीतीश?
दूसरी ओर, बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन का संयोजक न बनाए जाने से नाराज हैं। बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा कि बेंगलुरु की बैठक में नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक नहीं बनाया गया। इस कारण वे बैठक से पहले ही निकलकर आ गए और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी हिस्सा नहीं लिया। यह गठबंधन बनने से पहले ही बिखर गया है।
नीतीश, लालू और तेजस्वी की चुप्पी, क्या है संकेत?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बेंगलुरु में बैठक से निकल जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। पिछले महीने पटना में हुई बैठक में तीनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के खिलाफ मुखर होकर हमला बोला था। मगर मंगलवार को उन्होंने विपक्षी दलों की साझा पीसी में हिस्सा तक नहीं लिया। वहीं, तीनों नेता पटना एयरपोर्ट पर भी मीडिया से दूरी बनाते नजर आए। इससे पहले तक सीएम नीतीश जब भी दूसरे शहर से पटना लौटते हैं तो एयरपोर्ट पर मीडिया को संबोधित जरूर करते थे। उनकी चुप्पी के क्या मायने हैं, यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा। मगर सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार जरूर गर्म हो चुका है।
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार शाम में लालू, नीतीश और तेजस्वी एक साथ पटना एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद एक ही गाड़ी में सवार होकर सर्कुलर रोड की तरफ रवाना हो गए। इस दौरान पत्रकारों ने उनसे बातचीत का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने किनारा कर दिया। उनकी कार पहले राबड़ी आवास पहुंची, जहां लालू और तेजस्वी उतरे। इसके बाद सीएम आवास गई।