ताबड़तोड़ गोलीबारी से थर्राया बिहार का मुजफ्फरपुर, प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या; दो गार्ड को भी गोलियों से भूना
बिहार के मुजफ्फरपुर में शुक्रवार रात प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उसके निजी गार्ड मो. निजामुद्दीन की अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी गई। वारदात में दो अन्य निजी गार्ड ओंकारनाथ सिंह, राहुल कुमार और अधिवक्ता सैयद कासिम हसन उर्फ डॉलर को भी गोली लगी। देर रात तीन बजे राहुल ने भी दम तोड़ दिया। अन्य दो की स्थिति गंभीर है। वारगदात नगर थाना इलाके के चंदवारा आजाद रोड पर वकील के घर में हुई हुई। दो बाइक से आए चार हमलावर घटना को अंजाम देकर अखाड़ाघाट बांध होकर निकल भागे। हत्या में एक बड़े गैंग से जुड़े शूटर का नाम सामने आ रहा है।
पुलिस के अनुसार चार हमलावरों ने आठ पिस्टल से 30 राउंड से अधिक फायर किए। घटनास्थल से 16 खोखे मिले हैं। आशुतोष पूर्व मेयर समीर हत्याकांड में आरोपित था। वह कुख्यात मंटू शर्मा के खिलाफ जमीन के सौदे से जुड़े रंगदारी के मामले में गवाह था। प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही रात करीब 9 बजे तीन निजी गार्ड के साथ अधिवक्ता डॉलर के चंदवारा आजाद रोड स्थित घर पर मिलने गया था। वह वकील के साथ ऑफिस में बैठ कर बातें कर रहा था। इसी दौरान बाइक से आए दो हमलावर अंदर घुसे। उनके दोनों हाथों में पिस्टल थी। दोनों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
दो गोलियां लगने के बाद आशुतोष उठकर भागा तो हमलावरों ने खदेड़कर दूसरे कमरे के दरवाजे पर तीन गोलियां और मारीं। अधिवक्ता डॉलर को दो गोलियां बांह और जांघ में लगीं। फायरिंग की आवाज पर गार्ड ऑफिस की ओर दौड़े तो बाहर खड़े दो हमलावरों ने चार पिस्टल से फायरिंग करनी शुरू कर दी। इतने में अंदर से दोनों शूटर बाहर आ गए। चारों हमलावर गार्डों पर पीछे और सामने से गोलियां बरसाने लगे। यूपी के मऊ निवासी निजी गार्ड निजामुद्दीन की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे गार्ड ओंकारनाथ व राहुल को कई गोलियां लगी हैं। इसके बाद चारों हमलावर दो बाइक से लकड़ीढाई चौक होकर अखाड़ाघाट बांध से सिकंदरपुर ओपी की ओर निकल भागे। ओंकारनाथ वेंटीलेटर पर है।
सूचना मिलने के बाद एसएसपी राकेश कुमार, सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह, नगर डीएसपी राघव दयाल, डीएसपी पूर्वी मनोज पांडेय, डीआईयू, एसटीएफ और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन की। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से बैरिया स्थित मां जानकी अस्पताल भेजा गया। एसएसपी राकेश कुमार ने कहा कि बाइक सवार चार हमलावरों ने फायरिंग कर आशुतोष शाही और उसके गार्ड की हत्या कर दी है। प्रॉपर्टी डीलिंग में हत्या की आशंका है। प्रारंभिक छानबीन में एक बड़े गैंग के शूटर का जुड़ाव सामने आ रहा है। एसआईटी गठित कर हत्याकांड की जांच की जा रही है।
विरोधी गैंग के शूटर पर संदेह
आशुतोष की हत्या में पुलिस ने विरोधी गैंग के शूटर पर संदेह जताया है। हत्या की वजह जमीन के धंधे में रंजिश मानी जा रही है। वारदात पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या के घटनास्थल के काफी करीब हुई है। समीर हत्याकांड में आशुतोष भी आरोपी था। मिठनपुरा के नंद विहार कालोनी निवासी आशुतोष इस केस में बेल पर था। वह मूल रूप से औराई के शाही मीनापुर का रहने वाला था।