बिहार में कम बारिश को सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक, किसानों का हर संभव मदद का दिया निर्देश
देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है. बिहार भी इससे अछूता नहीं है. भीषण गर्मी और कम बारिश से बिहार में सूखा पड़ने की आशंका जताई जा रही है. सूखे की आशंका को देखते हुए बिहार सरकार ने कमर कस लिया है. अब इसी को लेकर सीएम नीतीश ने समीक्षा बैठक की है. जिसमें किसानों को हर संभव मदद देने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही हर हफ्ते आपदा प्रबंधन की नियमित बैठक को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं.
आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश
सीएम ने कहा कि संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी. राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. सीएम ने जल संरक्षण के कार्यों की निगरानी, पेयजल की उपलब्धता और धान की समय पर रोपनी जैसे कामों के लिए आवश्यक प्रबंध करने का निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समूह की सप्ताह में होने वाली बैठक नियमित रूप से करने और हर स्थिति पर नजर बनाए रखने की नसीहत भी दी.
सीएम नीतीश का निर्देश
- किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएं
- राज्य के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार
- किसानों को खेती के काम में सहूलियत हो
- किसानों को संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाए
- राज्य के 75% लोगों की आजीविका का आधार कृषि
- जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कामों की करें निगरानी
- लोगों के लिए पेयजल की उपलब्धता हमेशा करें सुनिश्चित
- धान रोपनी समय पर हो, इसके लिए विभाग करें जरूरी प्रबंध
- आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भी स्थिति पर नजर बनाए रखें
सीएम का जल संसाधन विभाग को निर्देश
- किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध कराने का निर्देश
- 12 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने का भी दिया आदेश
- नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाएं जल संसाधन विभाग
- नहरों में लगातार निगरानी करने का भी सीएम ने दिया निर्देश
कृषि विभाग ने जारी किए दिशा-निर्देश
- पंजीकृत रैयत और गैर रैयत सभी तरह के किसानों को मिलेगा लाभ
- 22 जुलाई से 30 अक्टूबर तक खरीदे गए डीजल पर मिलेगा अनुदान
- डीजल पंपसेट से सिंचाई के लिए 75 रुपए/ली. की दर से अनुदान
- प्रति किसान अधिकतम आठ एकड़ के लिए दिया जाना है अनुदान
- धान, जूट, दलहन, तिलहन, मौसमी सब्जी, औषधीय पौधे अनुदान में शामिल
- पिछले साल करीब 18 लाख किसानों को मिला था अनुदान