कटिहार गोलीकांड पर पुलिस की थ्योरी को बीजेपी ने बताया बहाना, कहा- ये पहली बार नहीं हुआ है
कटिहार के बारसोई में अनियमित बिजली सप्लाई के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत पर पुलिस की थ्योरी पर बीजेपी ने सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा कि हर पुलिस फायरिंग के बाद पुलिस यही बयान देती है, कि उनकी फायरिंग से लोग नहीं मरे, भीड़ में किसी ने गोली चला दी। ये पहली बार नहीं हुआ है, लोगों ने कई बार पुलिस को फायरिंग करते देखा है तो लोगों में भारी आक्रोश है।
सुशील मोदी ने कहा कि पुलिस अब बहाना बना रही है। पुलिसवालों को गोली चलाते देखा गया है। उसी गोली से मौत हुई है। और बहाना खोज रही है। लेकिन इस तरह के बहानों से मामला छिपता नहीं है। बिजली को लेकर लोगों में रोष है। आने वाले वक्त में बिजली को लेकर कई जगह ऐसे प्रदर्शन होंगे।
आपको बता दें शुक्रवार को कटिहार के एसपी जितेंद्र कुमार ने दावा किया था कि प्रदर्शन में दोनों लोगों की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई थी। पुलिस के हाथ लगे एक फुटेज में स्पष्ट दिख रहा है कि एक लड़का तेजी से आता है व कमर से पिस्तौल निकालकर सोनू और नियाज को गोली मारकर वहां से भाग जाता है। हमलावर लड़का उसी दिशा से आ रहा होता है, जहां खुर्शीद की लाश मिली है। संभावना है कि खुर्शीद को भी उसी ने गोली मारी है। सोनू व नियाज को गोली मारते हुए वह दिख ही रहा है।
वहीं प्रदर्शन के समय हुई खुर्शीद और सोनू कुमार साह की हत्या के बारे में डीएम और एसपी के दावा के बाद अब सबकी निगाहें गोली से जख्मी हुए नियाज पर टक-टकी लगी हुई है। नियाज के होश आने के बाद यह स्पष्ट हो पायेगा कि प्रदर्शन के समय भीड़ में शामिल होकर बारसोई के माहौल बिगाड़ने वालों के हाथों से चलाई गोली से हुई है या फिर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के आत्मरक्षार्थ पुलिस द्वारा की गई फायरिंग से हुई थी। गोली लगने का एक मात्र चश्मदीद गवाह अब नियाज ही बच गया है। जो बता सकता है कि भीड़ में घूस कर किसने गोली मारी थी। नियाज को कनपटी और आंख के बीच गोली लगी थी। गोली लगने के बाद परिजनों द्वारा सिलीगुड़ी अस्पताल में इलाज कराया गया है। गुरुवार को ऑपरेशन कराया गया। चिकित्सक द्वारा जख्मी रियाज की स्थिति कुछ समय बाद ठीक होने की बात कही गई। मगर पिछले 48 घंटे से नियाज बेहोश है।
सिलीगुड़ी में डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन कर दिया है, मगर अभी वह बोल पाने की स्थिति में नहीं है। नियाज के भाई आलमगीर ने शुक्रवार को बताया कि पूरी तरह से होश में नहीं आ पाया है। नियाज ही वह शख्स है जो शुक्रवार को किए गए पुलिस-प्रशासन के दावे का सच बता सकता है। गोली उसी लड़के ने मारी, जिसे वीडियो फुटेज से पुलिस ने हमलावर बताया है या किसी और की गोली ने उसे जख्मी किया। पुलिस को भी नियाज के होश में आने का इंतजार है ताकि फर्द बयान लिया जा सके। वैसे, जिस जगह सोनू व नियाज को गोली मारी गई, वहां कई सारे लोग मौजूद थे। पूछताछ में वह भी राज फाश कर सकते हैं।