तेजस्वी यादव का CBI चार्जशीट में नाम आने के बाद कोर्ट में पहली सुनवाई आज, लैंड फॉर जॉब केस में क्या हैं आरोप?
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई की चार्जशीट में नाम आने के बाद बुधवार को पहली सुनवाई होगी। दिल्ली का राउज एवेन्यु कोर्ट सीबीआई की सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर सुनवाई करेगा। पिछले हफ्ते ही सीबीआई ने अदालत में दूसरी चार्जशीट दायर की थी। करीब 100 पेज की चार्जशीट में तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं, उनके पिता एवं आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी समेत कुल 17 आरोपी हैं। ऐसे में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं।
लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए कथित तौर पर हुए जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब) घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। पहले इस केस में तेजस्वी यादव का नाम नहीं था। जांच एजेंसी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में उनका नाम जोड़ा है। इसके बाद से बीजेपी नीतीश सरकार और आरजेडी पर हमलावर है। बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान बीजेपी तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करते हुए हंगामा कर रही है।
लैंड फॉर जॉब केस में तेजस्वी पर क्या आरोप हैं?
लालू प्रसाद यादव जब यूपीए कार्यकाल में रेल मंत्री थे, यह मामला तभी का है। आरोप है कि उनके रेल मंत्री रहते हुए गैरकानूनी तरीके से रेलवे में कुछ लोगों को नौकरी दी गई थी। इसके बदले में लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर बहुत सस्ते दाम में बेशकीमती जमीनें दिल्ली, पटना, मुंबई और अन्य शहरों में लिखवाई गईं। इस केस के आपराधिक पहलू की जांच सीबीआई कर रही है, जबकि मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू को ईडी देख रही है।
लैंड फॉर जॉब मामले की जांच के दौरान दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित एक आलीशान बंगले की बात सामने आई। यह बंगला एक निजी कंपनी के नाम पर पंजीकृत है, जिसके तेजस्वी यादव से संबंध हैं। ईडी ने जांच में पाया कि इसका लिंक लैंड फॉर जॉब केस से जुड़ा है। करोड़ों की कीमत वाले इस बंगले को चंद लाख रुपये में खरीदा गया था। इसके बाद सीबीआई ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करते हुए तेजस्वी यादव का नाम भी इस केस में जोड़ दिया।