बिहार: जांच घर खुलवाने के लिए 55 हजार की घूस ले रहा था सिवल सर्जन ऑफिस का लिपिक, निगरानी विभाग ने रंगे हाथ दबोचा
बिहार में रिश्वत का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। रोहतास के सिविल सर्जन कार्यालय में पदस्थापित लिपिक संतोष कुमार को निगरानी विभाग की टीम ने बुधवार को 55 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए सासाराम नगर थाना क्षेत्र के गौरक्ष्णी मोहल्ला में दुर्गा मंदिर के समीप केशरी ड्रेसेज नामक दुकान से गिरफ्तार किया है।
आरोपी के बारे में की गई थी शिकायत
संतोष कुमार पैथलॉजी जांच घर के रजिस्ट्रेशन के लिए बबन सिंह से 55 हजार रुपए रिश्वत ले रहा था। निगरानी डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि बबन सिंह ने पैथलाजी जांच घर खोलने के लिए पंजीकरण और लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था।
रुपये लेने के दौरान हुई गिरफ्तारी
इसमें संतोष कुमार ने उनसे 55 हजार की मांग की थी। निगरानी की टीम से बबन सिंह ने शिकायत की थी। आज रिश्वत के रुपए लेने के लिए संतोष एक रेडिमेड कपड़े की दुकान पर बबन सिंह को बुलाया था। जैसे ही उसने पैसे लिए, निगरानी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले थानाध्यक्ष हुआ था गिरफ्तार
इससे पहले निगरानी टीम ने गुरुवार को औरंगाबाद जिले के उपहारा थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया था। थानाध्यक्ष को 20 हजार रुपये रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में बताया गया था कि एक लड़की के अपहरण के मामले में प्राथमिकी से तीन आरोपितों का नाम हटाने के लिए थानाध्यक्ष रुपये ले रहा था।