‘जो दारू से बैन हटायेगा उसे ही अपना वोट दें..’, जीतनराम मांझी ने की वोटरों से अपील
जो दारू, ताड़ी और बालू पर लगे प्रतिबंध को हटाएगा, उसे ही अब वोट देना। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का। मांझी सोमवार को अपनी विधानसभा के दौरे पर थे। पतेड़ मंगरावां गांव में उन्होंने महादलित समाज से अपील करते हुए ये बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में दारू बैन होने के बाद अगर किसी का सबसे ज्यादा शोषण हो रहा तो वह महादलित समाज है।
दरअसल, जीतनराम मांझी वजीरगंज प्रखंड के पतेड़ मंगरावां गांव के महादलित टोले में लोगों से मिलने पहुंचे थे। लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री को बताया कि बीते दिनों दारू के नाम पर आबकारी और पुलिस ने गांव के लोगों को दौड़ा दौड़ा कर पीटा है।
पुलिस की मारपीट से दर्जनों महिला, पुरुष और बच्चे घायल हैं। यही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री के सामने एक-एक कर सभी घायलों ने अपना दर्द सुनाया।
लोगों की पीड़ा सुनकर पूर्व मुख्यमंत्री भड़क गए। उन्होंने खुले मंच से अपील करते हुए कहा कि जो सरकार बालू , दारू और ताड़ी शुरू करने को कहे उसी को वोट देना है। उनकी यह बातें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
मांझी ने महादलितों पर हो रहे अत्याचार को लेकर एकजुट करने की बात कही। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर हम पार्टी के सभी कार्यकर्ता आंदोलन करने के लिए तैयार हैं। आज पूरे बिहार में शराबबंदी के नाम पर गरीब लोगों को पुलिस प्रशासन तबाह कर रही है।
माफियाओं से साठगांठ कर पुलिस माफियाओं को छोड़ रही है। गरीब-गुरबा परिवार के साथ मारपीट कर उन्हें जेल भेज रही है। महादलित टोले के दर्जनों लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री लिखित आवेदन भी दिया है।