‘मजे के लिए हवाई सर्वेक्षण कर रहें CM नीतीश’: जीतन मांझी ने कहा- बिहार में अपराधी बेलगाम, अब पुलिस-पत्रकार भी सुरक्षित नहीं
बिहार में अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। आम लोगों की बात तो छोड़िए, यहां पुलिस-पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं। उक्त बातें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कही। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री औरंगाबाद शहर के दानी बिगहा स्थित सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता किया।
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधी व भ्रष्टाचारी बेलगाम हो चुके हैं। प्रतिदिन हत्या हो रही है। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार हो रहा है। 1700 करोड़ की लागत से बन रहे पुल उद्धाटन से पहले ही ध्वस्त हो रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिहार में कितना भ्रष्टाचार व्याप्त है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी घटना के गवाहों की हत्या हो रही है। अपने भाई के गवाह पत्रकार विमल यादव की हत्या कर दी गई। पुलिस जवानों को अपराधियों द्वारा पीटा जा रहा है। जो बिहार में बढ़े अपराध को उजागर करता है। प्रेस वार्ता के दौरान हम पार्टी के कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
शराबबंदी के नाम पर हो रहा नाटक
प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम नीतीश कुमार के साथ थ, तब भी कहा था कि शराबबंदी अच्छी है, लेकिन ये जो शराबबंदी के नाम पर नाटक हो रहा है। उसको बंद कीजिए। नाटक ये रहा है कि गरीबों को आधा बोतल शराब पीकर छह हजार रुपये का जुर्माना चुकाना पड़ रहा है। इसके उपरी भी लिया जाता है।
साथ ही जीतनराम मांझी ने कहा कि शराबबंदी से टूरिष्ट भी प्रभावित हुए हैं। गरीबों काे मारने का नीतीश कुमार जी अच्छा इंतेजाम शराबबंदी कर किए हैं। आजकल जहरिली शराब बनाने का प्रचलन हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे घर में भी शराब बनता था। शराब बनाने में सात से आठ दिन का समय लगता है, लेकिन माफिया दो घंटे में बना रहे हैं। इसके लिए यूरिया समेत अन्य जहरिली पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिससे शराब जहिरली हो रहा है और लोगों की जान जा रही है। नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि 2005 में नीतीश कुमार घर-घर दारू का ठेका खोलकर पाप किया था। जिसका प्राश्चित शराबबंदी करके कर रहे हैं।
मजे के लिए सीएम नीतीश कर रहे हवाई सर्वेक्षण
सीएम नीतीश कुमार के सुखाड़ प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किये जाने पर भी मांझी ने हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार मजे के लिए हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं। किसानों की समस्या से सीएम नीतीश कुमार को कोई लेना देना नहीं है।
बताते चलें कि पूर्व मुख्यमंत्री को जिले के पोईवां गांव में औरंगाबाद नगर परिषद द्वारा कचरा फेंकने की शिकायत मिली थी। जिसका जायजा लेने मांझी औरंगाबाद पहुंचे थे। पोईवां गांव में जायजा लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने डीएम से बात कर समस्या का समाधान कराने की बात कही। साथ ही कई लोगों के समस्या भी जीतन राम मांझी ने सुना। वहीं एसपी के व्यवहार से नाराजगी भी जताया। कहा कि शिकायत पर जब एसपी को फोन किया तो कहा गया कि भेजवा दीजिएगा, देख लेंगे। जबकि उन्हें तत्काल संज्ञान लेना चाहिए था।