मनीष कश्यप को जज ने वापस तमिलनाडु भेजने से रोका, कोर्ट ने कहा- बेतिया में कई केस, यहीं रखना सही
यूट्यूबर मनीष कश्यप अब बिहार की जेल में ही रहेगा। बेतिया कोर्ट में आज तमिलनाडु पुलिस ने उसे पेश किया। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि इस पर बेतिया में आधा दर्जन से ज्यादा मामले चल रहे हैं। इसलिए मनीष को बेतिया जेल में ही रखा जाएगा और यहीं से तमिलनाडु मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी होगी।
डिस्ट्रिक्ट प्रोसिक्यूशन ऑफिसर उमेश कुमार विश्वास ने कोर्ट में एक पिटीशन देकर अनुरोध किया कि यूट्यूबर पर पटना में भी मामले दर्ज हैं। जिसमें पेशी का आदेश है। इसलिए इसे पटना जाने दिया जाए। जिसके बाद कोर्ट ने पटना जाने का आदेश जारी किया। पेशी के बाद पुलिस मनीष को लेकर पटना जा रही है।
बता दें कि बेतिया व्यवहार न्यायालय में सोमवार को यूट्यूबर मनीष कश्यप को बीजेपी विधायक से रंगादारी मांगने और बैंक मैनेजर से अभद्रता के मामले में अलग-अलग कोर्ट में पेश किया गया।
तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का फर्जी वीडियो शेयर करने के मामले में मनीष तमिलनाडु के मदुरई जेल से चार महीने से बंद था। बेतिया कोर्ट के आदेश के बाद तमिलनाडु पुलिस आज सप्त क्रांति ट्रेन से लेकर आई थी। मनीष की सुरक्षा में 60 से 70 पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
मां भी मिलने पहुंची
वहीं, दूसरी तरफ एसपी कार्यालय के पास मनीष की मां अपने बेटे से मिलने की आस लगाए बैठी रहीं, उन्हें मिलने नहीं दिया गया। इस पर वह गेट पर बैठकर रोती रहीं। मां के साथ मनीष कश्यप का भाई भी मौजूद था।
दो केस में मनीष की पेशी
बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह के साथ मारपीट करने और रंगदारी मांगने के मामले और मझौलिया के पारस पकड़ी स्थित भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक के साथ दुर्व्यवहार करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में बेतिया कोर्ट में पेशी हुई। इस दोनों मामले में न्यायालय की ओर से मनीष को पेशी कराने के लिए चेन्नई पुलिस और मदुरई सेंट्रल कारा को निर्देशित किया गया था।