बिहार में एएनएम की नियुक्ति की प्रक्रिया बदल गई है. प्रदेश में 10 हजार एएनएम की नियुक्ति अब केवल काउंसेलिंग के आधार पर नहीं होगी, बल्कि उससे पहले इसके लिए कंप्यूटर आधारित प्रतियोगिता परीक्षा भी ली जायेगी. बिहार तकनीकी सेवा आयोग की वेबसाइट पर जारी सूचना के अनुसार नियुक्ति प्रक्रिया अब दो चरणों में पूरी होगी. प्रथम चरण में प्रतियोगिता परीक्षा व द्वितीय चरण में काउंसलिंग होगी.
प्रथम चरण में ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में जिन अभ्यर्थियों को उनके आरक्षण कोटि के लिए निर्धारित न्यूनतम क्वालीफाइंग अंक नहीं मिलेगा, उनको नियुक्ति के द्वितीय चरण में आयोजित काउंसलिंग में बैठने का मौका नहीं मिलेगा. काउंसलिंग में प्रतियोगिता परीक्षा के आधार पर 60 फीसदी अंक मिलेगा. इसके लिए अंकों का निर्धारण प्रतियोगिता परीक्षा में प्राप्त अंक को 0.6 से गुना करके किया जायेगा. यानी किसी अभ्यर्थी को प्रतियोगिता परीक्षा में 50 फीसदी अंक मिला है, तो काउंसेलिंग में काउंट होने वाला उसका अंक 30 (50 x 0.6) होगा.
एएनएम की नियुक्ति के लिए प्रतियोगिता परीक्षा 100 अंकों की होगी, जिसमें वस्तुनिष्ठ बहु वैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे. परीक्षा अवधि दो घंटे की होगी. इसमें निगेटिव मार्किंग भी लागू होगी और हर गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक कटेंगे. एएनएम के लिए निर्धारित अद्यतन पाठ्यक्रम से प्रश्न पूछे जायेंगे और इन्हें आयोग की वेबसाइट पर जल्द ही प्रकाशित किया जायेगा. परीक्षा एक से अधिक पालियों में ली जायेगी और इसका परिणाम सामानीकरण की प्रक्रिया को अपनाते हुए तैयार किया जायेगा.
उच्चतर कोर्स के लिए अधिकतम 15 अंक रखे गये हैं. इनमें जीएनएम के लिए 10 अंक और बीएससी नर्सिंग या एमएससी नर्सिंग के लिए 15 अंक दिये जायेंगे. बिहार राज्य के अंदर स्थित किसी भी सरकारी अस्पताल में प्रतिवर्ष कार्य अनुभव के लिए पांच अंक की दर से अधिकतम 25 अंक दिये जायेंगे.
पहली बार जब एएनएम की नियुक्ति के लिए आवेदन लिया गया, तो विज्ञापन में केवल काउंसलिंग के आधार पर इस पद पर नियुक्ति की बात कही गयी थी. तब 49 हजार अभ्यर्थियों ने इसके लिए आवेदन किया था. अब नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव लाया गया है और प्रतियोगिता परीक्षा भी इसमें शामिल की गयी है. लिहाजा ऐसे अभ्यर्थियों को जिन्होंने पहली बार आवेदन नहीं किया, लेकिन आवेदन संबंधी पात्रता रखते हों, 22 सितंबर से छह अक्तूबर तक आवेदन का मौका दिया गया है. कार्यानुभव प्रमाणपत्र छह अक्तूबर 2023 तक निर्गत होने पर मान्य होगा, जबकि कार्यानुभव अवधि की गणना दो अगस्त 2022 तक की जायेगी.
इधर, स्वास्थ्य विभाग में एएनएम व जीएनएम के स्थानांतरण को लेकर हलचल तेज हो गयी है. विभाग ने एएनएम और जीएनएम से मनचाही पोस्टिंग को लेकर आवेदन पत्रों की मांग की थी. इसको लेकर बड़ी संख्या में आवेदन विभाग को प्राप्त हुए हैं. सूत्रों का कहना है कि अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बड़ी संख्या में एएनएम व जीएनएम के स्थानांतरण की सूची तैयार करने के लिए एक अधिकारी को काम सौंप दिया है. एएनएम व जीएनएम के स्थानांतरण में बड़ी संख्या में पटना और हाजीपुर में मनपसंद पोस्टिंग का च्वाइस दिया गया है. इसको लेकर विभाग ने आदेश दिया है स्थानांतरण में इस बात का ध्यान रखा जाये कि किसी जिले से 50 प्रतिशत से अधिक एएनएम व जीएनएम का स्थानांतरण नहीं हो.
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