IAS केके पाठक ने BJP नेताओं को नहीं दिया मिलने का समय, छुट्टियों की कटौती वापस लेने को लेकर सौंपना था ज्ञापन
BJP नेताओं का शिष्टमंडल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक से मुलाकात करने वाला था। हिंदू पर्व-त्योहारों की रद्द स्कूली छुट्टी वापस करने की मांग की जाने वाली थी, लेकिन यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
BJP के वरिष्ठ नेता और MLC नवल किशोर यादव स्कूलों में छुट्टियां कम करने के आदेश के खिलाफ ज्ञापन देना चाहते थे। वहीं बिहार के राज्यपाल, बिहार के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री पटना में अभी उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में नवल किशोर ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को आवेदन देना चाहा, लेकिन MLC का कहना है कि उन्होंने अपनी उपलब्धता के बारे में कोई जानकारी हमें नहीं दी।
“छुट्टियों की कटौती वापस ले सरकार”
BJP नेता ने कहा कि हिंदुओं की संस्कृति के खिलाफ छुट्टियों में कटौती की गई है। स्कूलों में की गई छुट्टियों की कटौती को हर हाल में सरकार वापस करे। राज्यपाल और मुख्यमंत्री आते हैं, तो उन्हें ज्ञापन देकर हम मिलेंगे और इसकी मांग रखेंगे।
“संसद का विशेष सत्र जनता के लिए”
संसद का विशेष सत्र बुलाने के सवाल पर नवल किशोर यादव ने कहा कि सत्र को बुलाने का अधिकार पार्लियामेंट के नेता को है। क्या बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमसे पूछ कर सत्र बुलाते हैं, जो प्रधानमंत्री किसी से पूछ कर सत्र बुलाएंगे? सत्र जनता की अदालत है। वहां जनता के लिए काम होता है। जनता के लिए सत्र बुलाया जा रहा है।
शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच तनातनी के सवाल पर नवल किशोर यादव ने कहा कि एक्ट और फैक्ट दोनों यही कहता है कि इस महाविद्यालयों में यूनिवर्सिटी एक्ट के तहत ऑटोनॉमी है। इस ऑटोनॉमी का पालन होना चाहिए। यह राज्यपाल के जिम्मे है। अगर इसे कोई एंक्रोच करता है, तो उच्च शिक्षा को गर्त में ले जाना चाहता है। उच्च शिक्षा की ऑटोनॉमी को समाप्त करना चाहता है। यूनिवर्सिटी एक्ट जो कहता है वही सही है।