ब्लूटूथ चप्पल, मक्खी डिवाइस और वॉकी टॉकी… बिहार सिपाही भर्ती में धांधली की थी पूरी तैयारी, कई हाईटेक यंत्र मिले
बिहार में एक अक्टूबर से सिपाही भर्ती परीक्षा होने वाली है. इसको लेकर नकल गैंग एक्टिव है. परीक्षा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की तैयारी चल रही है. इसका खुलासा बेगूसराय में 5 मास्टरमाइंड की परीक्षा से तीन दिन पहले गिरफ्तारी से हुई है. पुलिस ने गिरफ्तार मुन्ना भाइयों के पास से नकल के समान का जखीरा बरामद किया है. इनके पास से मक्खी डिवाइस, ब्लूटूथ वाली चप्पल, 16 ब्लूटूथ डिवाइस, वॉकी टॉकी और उसके डिवाइस, सिपाही भर्ती परीक्षा के 136 एडमिट कार्ड, 6 मोबाइल और दो लाख रुपए नगद बरामद किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान सुनील कुमार, बिट्टू कुमार, गुलशन कुमार, रामबाबू यादव और अभय कुमार के रूप में हुई है. ये सभी छौड़ाही थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं.
जिन 136 अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड पुलिस को मिले हैं, पुलिस अब उनकी भी गिरफ्तारी की तैयारी कर रही है इसके लिए स्पेशल टीम बनाई गई है. बताया जा रहा है कि नकल करने वाला यह गैंग परीक्षा पास कराने की बात कहकर पहले 60 हजार रुपए एडवांस और प्रमाणपत्र लेता था, बाद में परीक्षा पास होने के बाद 6 लाख रुपए लेकर छात्रों को उसका मूल प्रमाणपत्र लौटाने की डील हुई थी.
इंडियन फिजिकल अकादमी में चल रहा था खेल
मामले में बेगूसराय एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि सभी अभियुक्त छौड़ाही थाना क्षेत्र के शेखटोला एकंबा में इंडियन फिजिकल अकादमी के नाम से कोचिंग संस्थान चलाते हैं. यहां से ही अभ्यर्थियों को बरगलाकर परीक्षा पास कराने का वादा करके उनसे रुपए की उगाही किया जा रहा था. एसपी ने बताया कि 27 सितंबर को उन्हें सूचना मिली थी कि इंडियन फिजिकल अकादमी के संचालक सिपाही भर्ती परीक्षा पास कराने का प्रलोभन देकर अभ्यर्थियों को बरगला रहा है.
और भी मुन्नाभाई हैं सक्रिय
तब तुरंत अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मंझौल श्याम किशोर रंजन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और उक्त स्थल पर छापेमारी का निर्देश दिया गया. इसके बाद छापेमारी में नकल करने के समान के साथ सभी अभियुक्त रंगे हाथ पकड़े गए है. पूछताछ के दौरान सभी ने अपराध कबूला है. अभियुक्तों ने बताया कि एक अक्टूबर को सिपाही भर्ती परीक्षा में नकल की तैयारी थी. उन्होंने गैंग में शामिल कुछ और लोगों के नाम बताए हैं. पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी कर रही.