आपसे अच्छे तो बड़े भाई थे, शिक्षक भर्ती पर जीतन राम मांझी को क्यों याद आए लालू यादव
बिहार में बीपीएससी शिक्षक बहाली में धांधली के आरोप लगाते हुए विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है। अब पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि गया जिले में नीतीश दूसरे राज्यों से इंपोर्ट करके शिक्षक लाए गए हैं। उन्हें यहां बिहारी अभ्यर्थी ही नहीं मिले। HAM सुप्रीमो मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अच्छे तो उनके बड़े भाई (लालू यादव) थे। जिन्होंने जमीन लेकर ही सही लेकिन नौकरी तो बिहारियों को दी।
जीतनराम मांझी ने मंगलवार को ट्वीट कर बीपीएससी शिक्षक बहाली को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला। मांझी ने एक बार फिर डोमिसाइल नीति हटाने के सरकार के फैसले को गलत ठहराया। साथ ही सरकारी नौकरियां पैसे लेकर बेचने के आरोप लगाए। HAM सुप्रीमो ने कहा कि दुनिया को ज्ञान का प्रकाश देने वाले गया जिले के फतेहपुर में नीतीश सरकार को बिहारी अभ्यर्थी ही नहीं मिले। इसलिए यहां के बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षक इंपोर्ट करके लाए गए हैं।
मांझी ने लालू प्रसाद यादव का नाम लिए बिना ही उनपर तंज कसा। उन्होंने कहा, “आपसे अच्छे तो बडे भाई थे, जमीन लेकर ही सही पर नौकरी तो बिहारियों को दी,आप भी नौकरी यहीं के लोगों को बेच देते। इससे पहले मांझी ने रेलवे में लैंड फॉर जॉब की तर्ज पर बीपीएससी शिक्षक बहाली में मनी फॉर जॉब घोटाला होने के आरोप लगाए थे।
बता दें कि बीपीएससी शिक्षक बहाली में चयनित अभ्यर्थियों को दो नवंबर को नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद पटना के गांधी मैदान में इस समारोह की शुरुआत करेंगे। बीपीएससी शिक्षक भर्ती के जरिए लगभग सवा लाख अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। इनमें से करीब 12 फीसदी बाहरी यानी दूसरे राज्यों के हैं। शिक्षक बहाली से डोमिसाइल नीति इसी साल हटाई गई थी, जिसके बाद दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को भी बिहार में शिक्षक बनने का मौका मिला है।