बिहार: जमुई के शैलेश ने चीन में ऊंचा किया तिरंगा, पैरा एशियन गेम्स में जीता गोल्ड मेडल, पीएम मोदी से होगी मुलाकात
बिहार के जमुई जिले के एक छोटे से गांव से आने वाला दिव्यांग एथलीट शैलेश कुमार ने अपनी खेल प्रतिभा दिखाते हुए पैरा एशियाई गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम कर बिहार और देश का नाम रोशन किया है. शैलेश कुमार बुलंद हौसले के साथ पैरा एशियाई गेम्स में अपना जलवा दिखाते हुए ऊंची कूद में बड़ी छलांग लांग लगा कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. शैलेश ने यह कामयाबी चीन के हांगझु स्टेडियम में आयोजित पैरा एशियाई गेम्स में हासिल की है.
बता दें कि शैलेश कुमार जमुई जिले के अलीगंज प्रखंड के इस्लामनगर का रहने वाले हैं. पैरा एशियाई गेम्स में गोल्ड मेडल मिलने से जिले के लोगों में खुशी है. शैलेश की सफलता की जानकारी मिलने के बाद सोशल मीडिया पर जमुई जिले के सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं कई लोग बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं. बता दें कि एशियाई पारा गेम्स का आयोजन 22 से 28 अक्टूबर तक चीन के हांगझू स्टेडियम में हो रहा है.
पैरा एशियाई गेम्स के उद्घाटन के बाद ऊंची कूद के इवेंट में शैलेश कुमार ने गोल्ड मेडल, जबकि मरियप्पन थंगवेलू ने सिल्वर और राम सिंह पाधियार ने ब्रॉंज मेडल अपने नाम किया है. इस तरह हमारे देश की यह तीनों खिलाड़ी एशियन गेम्स के ऊंची कूद T63 में पूरे पोडियम पर अपना कब्जा जमाया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया पर शैलेश को बधाई और शुभकामनाएं भी दी हैं. जानकारी के अनुसार, आगामी 2 नवंबर को शैलेश कुमार की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात भी होनी है.
पैरा एशियाई गेम में गोल्ड मेडल जीतने वाले 23 साल का एथलीट शैलेश कुमार जमुई जिले के एक साधारण परिवार से आता है. शैलेश का परिवार अलीगंज प्रखंड के इस्लामनगर गांव में रहता है. एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल करने से पहले शैलेश ने जुलाई महीने में फ्रांस के पेरिस में आयोजित पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया था. इससे पूर्व भी शैलेश अपनी प्रतिभा और मेहनत के बल पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हाई जंप के इवेंट में कई मेडल जीतकर नाम कमा चुका है.