BPSC TRE: मनचाही पोस्टिंग पाने के लिए नहीं काम आएगा कोई जुगाड़, नए शिक्षकों की स्कूलों में तैनाती सॉफ्टवेयर करेगा
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से चयनित शिक्षकों को स्कूल का आवंटन सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा। इसकी तैयारी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है। सॉफ्टवेयर में स्कूलवार रिक्त पद, चयनित शिक्षकों के नाम आदि अपलोड किये जा रहे हैं।
इसके बाद सॉफ्टवेयर स्वयं शिक्षकों को स्कूल आवंटित कर देगा। इसमें किसी पदाधिकारी की कोई भूमिका नहीं होगी। सभी शिक्षकों को पहले ही जिला आवंटित कर दिया गया है। उसी जिले के अलग-अलग स्कूलों में शिक्षकों को योगदान देना है। इसी क्रम में उन्हें स्कूल आवंटित किये जा रहे हैं।
नियोजित शिक्षकों का क्या होगा ?
राज्य में बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर नियुक्त होने वाले एक लाख 20 हजार 324 अध्यापकों की पोस्टिंग सॉफ्टवेयर से करने की शिक्षा विभाग की तैयारी है। हालांकि, अध्यापक पद के लिए चयनित नियोजित शिक्षक तत्काल अपने ही विद्यालय में काम करेंगे।
खुद केके पाठक कर रहे मॉनिटरिंग
अध्यापकों की पोस्टिंग में पूरी पारदर्शिता बरतने की शिक्षा विभाग की योजना है। पोस्टिंग पर किसी प्रकार का विवाद न हो, इसके लिए विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक फुलप्रूफ योजना बना चुके हैं। इससे पोस्टिंग में किसी भी प्रकार की पैरवी की गुंजाइश ही नहीं होगी।
रिजल्ट आते ही शुरू हो गया काम
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अध्यापक नियुक्ति परीक्षा का रिजल्ट आने के पहले ही शिक्षा विभाग पोस्टिंग की फुलप्रूफ योजना बना चुका था। उस योजना पर रिजल्ट आने के साथ ही अमल शुरू हो गया है।
इसके लिए जिलावार चयनित अभ्यर्थी और रिक्ति वाले स्कूल क्रमबद्धता के आधार पर फीड किये जाने के संकेत मिले हैं। कम्प्यूटर पर एक क्लिक के साथ ही सॉफ्टवेयर से चयनित अध्यापकों की पोस्टिंग हो जायेगी।