‘अरे भाई, अब तो पूरी भैंसिए गईल पानी में…’, खुद की जगह पर राज्यवर्धन के MLC बनने पर उपेंद्र कुशवाहा का तंज
राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू और राजद पर कटाक्ष किया है। उपेंद्र कुशवाहा ने डॉ. राज्यवर्धन आजाद को एमएलसी मनोनीत किए जाने पर बड़ा प्रहार किया।
उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “बिहार विधान परिषद की सदस्यता से मेरे इस्तीफा के कारण रिक्त पद पर नये मनोनयन के बाद संभवतः जदयू के मेरे उन मित्रों का भ्रम टूट ही गया होगा जिनको गलत फहमी हो रही थी कि उपेंद्र कुशवाहा के कारण उनकी हकमारी हो गई या हो रही थी।”
उन्होंने पूछा, “अब क्या हुआ ? अब तो उपेंद्र कुशवाहा आपके रास्ते में बाधक नहीं था। फिर कहां अटक गया ? आप तो हाथ पसारे रह गये…! अरे भाई, अब तो पूरी भैंसिए (जदयू) गईल पानी (राजद) में। किनारे बैठ कर पानी छप-छपाते रहिए। आपकी मर्जी। यदि आपकी आंखें अभी भी नहीं खुल रही है तो भगवान भला करें।”
17 अक्टूबर को शपथ लेंगे राज्यवर्धन आजाद
उल्लेखनीय है कि प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ व राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के निवर्तमान अध्यक्ष डॉ. राज्यवर्धन आजाद को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत किया गया है। जदयू विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा के इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर उनका मनोनयन हुआ है। मंगलवार को वह जदयू के विधान परिषद के सदस्य के रूप में शपथ लेंगे। वह साढ़े चार वर्ष तक विधान परिषद के सदस्य रहेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
कौन हैं राज्यवर्धन आजाद?
पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के पुत्र डॉ. राज्यवर्धन लंबी अवधि से नीतीश कुमार से जुड़े हैं। वर्ष 2014 में उन्होंने झारखंड के गोड्डा से जदयू की टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। मुख्यमंत्री के वह नेत्र चिकित्सक भी हैं। दिल्ली के एम्स परिसर में स्थित राजेंद्र चक्षु संस्थान के निदेशक रह चुके डॉ. आजाद की ख्याति देश-विदेश के प्रतिष्टित नेत्र चिकित्सक के रूप में है।
देश के प्रख्यात रेटीन विशेषज्ञ के रूप में उनकी ख्याति है। उनके भाई कीर्ति आजाद भी सांसद रह चुके हैं। डॉ. आजाद के विधान परिषद का कार्यकाल 16 मार्च 2027 तक रहेगा। उनका जन्म 1 जुलाई 1950 को हुआ है।