हम चार-पांच महीना सीएम रह जाते तो नीतीश को कुत्ता नहीं पूछता; जीतनराम मांझी का जवाबी हमला
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राज्य के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने जवाबी हमला किया है।विधानसभा परिसर में पत्रकारें के साथ बातचीत के दौरान मांझी ने नीतीश कुमार द्वारा उनपर की गई टिप्पणी पर कहा कि मुझे उनकी बात पर गुस्सा नहीं आ रहा है, बल्कि दया आ रही है। मुख्यमंत्री इन दिनों लगातार इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। हम राज्यपाल से मिलकर मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की मांग करेंगे। मांझी ने कहा है कि यदि हम चार-पांच महीना सीएम रह जाते तो नीतीश कुमार को कुत्ता भी नहीं पूछता।
दरअसल, गुरुवार को बिहार विधानसभा में आरक्षण संशोधन बिल-2023 को लेकर सदन में चर्चा हो रही थी। इस दौरान जीतनराम मांझी ने अपनी राय रखी, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए। आग बबूला होकर नीतीश कुमार ने मांझी को जमकर सुनाया।
नीतीश कुमार ने कहा कि मेरी मूर्खता से जीतन राम मांझी सीएम बने थे। इनको कोई सेंस और कोईआइडिया भी नहीं है। हम मना कर रहे थे लेकिन एनडीए को छोड़कर हमारे साथ आ गए। अभी हम जानकर उधर भगा दिए हैं। नीतीश ने आगे कहा कि यह किसी काम का आदमी नहीं है। परिवार का लोग भी इनके खिलाफ है। जब मैनें इन्हें मुख्यमंत्री बनाया तो पार्टी के लोग दो माह में ही कहने लगे कि यह आदमी गड़बड़ है, इसे हटा दीजिए। आखिरकार बाध्य होकर हटाना पड़ा।
जीतनराम मांझी पर क्यों भड़के नीतीश?
सदन में चर्चा के दौरान जीतनराम मांझी ने कहा कि जाति जनगणना सही से नहीं हुई है। इसलिए इसका फायदा सही लोगों तक नहीं पहुंचेगा। मांझी का इतना कहना था कि नीतीश कुमार हत्थे से उखड़ गए और तू-तड़ाक करने लगे। नीतीश कुमार की भाषा को अमर्यादित बताते हुए जीतनराम मांझी सदन से ही बाहर निकल गए। उन्होंने विधानसभा से बाहर निकलकर कहा कि नीतीश कुमार का दिमाग अब ठीक नहीं है। वह तू-तड़ाक करने लगे हैं। मांझी ने कहा कि मैं इनसे ज्यादा अनुभवी भी हूं। यही नहीं मांझी ने यह भी कहा कि मैं दलित हूं, इसलिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया गया। किसी और से इस तरह की बात नहीं कर सकते।