बिहार विधानसभा में हमास और इजरायल की एंट्री! आपस में ही भिड़ गए सत्ताधारी दल के विधायक
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के अंदर और बाहर जोरदार हंगामा देखने को मिला। विधानसभा में शोक प्रस्ताव के दौरान भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने सदन में फिलिस्तीन का मामला उठाया। बीजेपी सदस्यों ने माले विधायक को चुप कराने की कोशिश की लेकिन पूरे शोक प्रस्ताव के दौरान महबूब आलम बोलते रहे। वहीं जब इस मामले को लेकर आरजेडी विधायक मोहम्मद नेहल्लुद्दीन से विधानसभा परिसर में पत्रकारों ने सवाल किया तो वो भड़क उठे। आरजेडी विधायक ने पत्रकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि हमको तो आतंकी लग रहे हैं।
बता दें कि बिहार विधानसभा में शोक प्रस्ताव के दौरान माले विधायक दल के नेता महबूब आलम की तरफ से फिलिस्तीन में मारे गए लोगों के प्रति भी शोक व्यक्त किए जाने की मांग की गई। इस बात पर विधानसभा में हंगामा हो गया। शोक प्रस्ताव के बाद सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में हुए इस प्रकरण को लेकर बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री रामसूरत राय ने माले के विधायकों को आतंकवादी कहा। उनका कहना है कि आज तक सदन में ऐसा नहीं हुआ। इसपर स्पीकर को कार्रवाई करनी चाहिए, ये तुष्टिकरण की राजनीति है।
वहीं जेडीयू विधायक संजीव कुमार सिंह ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि माले विधायक आतंकी संगठन हमास का समर्थन और तारीफ कर रहे हैं। ऐसे विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे ऐसे विधायकों पर एक्शन लेना रहता तो जेल भेज देता। जेडीयू विधायक ने कहा कि इन विधायकों को गाजा पट्टी भेज दिया जाए।
इससे पहले विधान मंडल के निचले सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई जिसके बाद अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने वर्तमान सत्र के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में प्रेम कुमार, श्री नरेंद्र नारायण यादव, श्री विजय शंकर दुबे, श्री भूदेव चौधरी और सुश्री ज्योति के नामों की घोषणा की। सदन की कार्य सलाहकार समिति का भी गठन किया गया। वहीं वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट और वस्तु एवं माल कर संशोधन विधेयक समेत अन्य विधेयक सदन में पेश किये। सभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अपने स्वागत भाषण में लोकतंत्र को मजबूत करने में सदन के सदस्यों और जन प्रतिनिधियों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला।