बिहार में 2016 में हुए बहुचर्चित टॉर्प घोटाले के मुख्य अभियुक्त बच्चा राय के तीन ठिकानों पर ईडी की छापेमारी हुई। इस दौरान इनके आवास एवं शिक्षण संस्थानों से तीन करोड़ से अधिक नगद मिले। इसके अलावा कई स्थानों पर संपत्ति से जुड़े सौ से अधिक दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनसे कई तरह की अनियमितताएं सामने आई हैं।
वैशाली जिले में भगवानपुर के पास विशुनराय महाविद्यालय, विशुन राय राजदेव ट्रेनिंग कॉलेज और कीरतपुर गांव में मौजूद आवास पर शनिवार की सुबह से सघन छापेमारी शुरू हुई, जो देर शाम तक जारी रही। इनके ठिकानों से कुल कितना नगद मिला है, इसकी सटीक जानकारी छापेमारी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही मिल पाएगी। परंतु कई बैग और अनेक स्थानों पर रखे इन नोटों को गिनने के लिए मशीन तक मंगवानी पड़ी। बरामद दस्तावेजों में बड़ी संख्या में वैशाली में कई स्थानों के अलावा पटना, दिल्ली, कोलकाता समेत अन्य शहरों में जमीन के प्लॉट के कागजात शामिल हैं। इनकी जांच पूरी होने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। माना जा रहा है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग में भी संलिप्त है।
छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों में बड़ी संख्या में अनियमितता से जुड़े कागजात भी शामिल हैं। इसमें दाखिला में गलत तरीके से राशि लेने और वास्तविक से कम राशि वाली कई रसीद मिली हैं। कॉलेज एवं कई कोर्स से संबंधित एफिलिएशन से जुड़े दस्तावेज मिले हैं, जिनकी फिलहाल जांच चल रही है। ईडी की टीम इन सभी बरामद दस्तावेज की गहन तफ्तीश करने में जुटी है। इसके बाद कई तरह के खुलासे होने की संभावना है। इस दौरान निवेश से संबंधित भी कई दस्तावेज भी मिले हैं। टॉपर्स घोटाला मामले की जांच कर रही ईडी बच्चा राय की कई चल एवं अचल संपत्ति को सितंबर 2018 में ही जब्त कर चुकी है।
24 नवंबर को ईडी ने कराई थी एफआईआर
इस छापेमारी से पहले 24 नवंबर को ईडी के सहायक निदेशक की तरफ से वैशाली जिले के भगवानपुर थाने में बच्चा राय उर्फ अमित कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसमें ईडी ने कहा था कि जिस जमीन को उनकी एजेंसी ने जब्त कर उस पर इससे संबंधित साइन बोर्ड लगाया था, उसे उखाड़ दिया गया है। इस पर अवैध तरीके से निर्माण कार्य भी कराया जा रहा है। इस मामले में वैशाली के डीएम को जून 2022 में पहले ही जानकारी दी थी।
पांच कार से ईडी के अफसर और एक बस जवान पहुंचे थे
बच्चा राय के ठिकानों पर ईडी के अफसर पांच गाड़ियों से और एक बस से फोर्स पहुंचे। सुबह-सुबह टीम ने बच्चा राय के भगवानपुर के किरतपुर राजाराम स्थित विशुन राय टीचर ट्रेनिंग कॉलेज और उनके घर पर छापेमारी शुरू की। इंटर टॉपर घोटाला मामले के मुख्य आरोपी अमित कुमार उर्फ बच्चा राय के खिलाफ 28 नवंबर को प्रवर्तन निदेशालय पटना के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने भगवानपुर थाने में कांड संख्या 272/23 के तहत अमित कुमार उर्फ बच्चा राय पर एफआईआर दर्ज करवाई थी।
दर्ज मामले में कहा गया था कि खाता नंबर 153 खेसरा 685 मौजा किरतपुर राजाराम थाना भगवानपुर 42 डिसमिस जमीन जो अमित कुमार पिता राजदेव राय के नाम से निबंधित केवाला संख्या 4100 है। जिसे प्रवर्तन निदेशालय पटना के दखल कब्जा में है। अपराध से आय होने के कारण उक्त जमीन को धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत संक्षम प्राधिकार के द्वारा जांच के दौरान अंतरिम रूप से संलग्न किया गया था। पुष्टीकरण आदेश पारित होने पर उक्त जमीन का कब्जा प्रवर्तन निदेशालय पटना क्षेत्रीय कार्यालय पटना ने 15/10/2018 को धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत ले लिया और जमीन पर घोषणा बोर्ड भी लगा दिया। लिखा गया था कि उक्त भूमि प्रवर्तन निदेशालय पटना के कब्जे में है।
अक्टूबर में टीम ने किया था निरीक्षण
06 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय पटना को गुप्त रूप से एक आवेदन प्राप्त हुआ था। उस आवेदन के आलोक में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने निरीक्षण किया, तो पाया कि उक्त जमीन पर अवैध रूप से एवं गैर कानूनी तरीके से अमित कुमार एवं अन्य के द्वारा निर्माण कार्य कराया गया है। इस मामले में ईडी की ओर से भगवानपुर थाने में 24 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया। 28 नवंबर 2023 को भगवानपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई।
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