बिहार: ड्रीम 11 में हार गया ढाई लाख तो इंजीनियर ने रची खुद के किडनैपिंग की साजिश, फिरौती में पिता से मांगे 5 लाख
बिहार के नवादा में एक मैकेनिकल इंजीनयर ने अपने अपरहण की साजिश रच ली। पिता से पांच लाख निकालने के लिए दोस्तों के साथ मिलकर उसने यह स्वांग रचा। मामला नवादा नगर थाना क्षेत्र की है। लेकिन पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस व उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर फिरौती के लिए मैकेनिकल इंजीनियर के अपहरण मामले का खुलासा कर दिया है। उसके दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक इंजीनियर ने ही दोस्तों के साथ मिलकर खुद अपने अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने खुलासे के बाद अपहरण की झूठी साजिश रचने के आरोप में इंजीनियर समेत चार लोगों को गुरुवार की देर शाम नवादा शहर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों में मैकेनिकल इंजीनियर कौआकोल थाना क्षेत्र के भलुआही गांव के मो. इफ्तेखार आलम का बेटा मो. अराफात आलम उर्फ सोनू, भलुआही गांव के सुरेश यादव का बेटा बिपिन कुमार, कौआकोल थाना के पनसगवा गांव के रमन यादव का बेटा विजय कुमार व नवादा का मणिकांत शामिल हैं।
एसपी अम्बरीष राहुल द्वारा गठित विशेष टीम ने नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में इस मामले की जांच करने वाले एसआई अबु जर हुसैन ने अन्य तकनीकी मदद से मामले का पर्दाफाश कर दिया और चारों को गिरफ्तार कर लिया। इंजीनियर अराफात समेत सभी आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस के समक्ष अपराध स्वीकार लिया। इंजीनियर के मुताबिक उसने 2022 में कोलकाता से मैकेनिकल में बीटेक किया था।
ड्रीम इलेवन में हार गया था ढाई लाख
उसने कुछ दिनों तक बिरला ग्रुप में काम किया। परंतु कुछ दिनों से उसने काम छोड़ दिया था और अच्छी नौकरी की तलाश में था। इस दौरान उसे ड्रीम इलेवन पर टीम बनाने (एक प्रकार का ऑनलाइन जुआ) की लत लग गयी और वह इसमें करीब ढाई लाख रुपये हार गया। ये रुपये उसने गांव में ही कुछ लोगों से ले रखा था। गांव वाले लगातार कुछ दिनों से रुपये के दबाव बना रहे थे। इसके लिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिता से 05 लाख रुपये लेने के लिए खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची। इंजीनियर अराफात समेत सभी आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस के समक्ष अपराध स्वीकार लिया। इंजीनियर के मुताबिक उसने 2022 में कोलकाता से मैकेनिकल में बीटेक किया था।
बाइक से दोस्तों संग चला गया तपोवन
पूर्व नियोजित साजिश के तहत अराफात इंटरव्यू देने के नाम पर अपने एक दोस्त के साथ कोलकाता जाने के लिए भलुआही बाजार से 02 नवम्बर को मीना श्री नामक बस पकड़ा। इसके बाद दोनों दोस्त नवादा में बस से उतर गये व एक अपाची बाइक से बिपिन व विजय के साथ तपोवन चले गये। वहीं से अपने मोबाइल से अराफात ने पिता को फोन किया और कहा कि कुछ लोगों ने उसका सद्भावना चौक से एक स्कॉर्पियो से अपहरण कर लिया है।
मांग रहे थे पांच लाख
अगवा इंजीनियर के दोस्त रिहाई के लिए पांच लाख मांग रहे हैं। नहीं देने पर उसकी हत्या की धमकी दी जा रही है। इस बात से घबराये पिता ने तत्काल नगर थाने की पुलिस का सहारा लिया और पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी। इस बीच रात में अराफात समेत तीनों दोस्त तपोवन कुंड पर रहे।
पुलिस में मामला जाने से डर गये सभी
पुलिस में मामला जाने की सूचना मिलने पर अराफात व उसके दोस्त डर गये। अराफात के मुताबिक उसे अपनी गलती का अहसास हो गया। इसके बाद दोनों दोस्त 03 नवम्बर की सुबह बाइक से अपने घर वापस लौट गये और अराफात बस से वजीरगंज बाईपास में उतर गया और पिता को फोन कर घटना की जानकारी दे दी। इसके बाद पुलिस ने उसे बाईपास से बरामद कर लिया था। इस मामले में अराफात के पिता के बयान पर 02 नवम्बर को नगर थाना कांड संख्या 1692/23 दर्ज है।