कब पूरा होगा दरभंगा एम्स का सपना? शोभन में निर्माण का रास्ता साफ; नीतीश सरकार ने मानी केंद्र की यह शर्त…
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बिहार के दरभंगा में राज्य के दूसरे एम्स का सपना कब तक पूरा होगा? बीजेपी और महागठबंधन के बीच एम्स को लेकर जारी सियासत के बीच जनहित का यह अहम सवाल दब गया था। लेकिन, शोभन बाइपास पर एम्स निर्माण का रास्ता लगभग साफ हो गया है। बिहार सरकार ने केन्द्र सरकार की शर्तों के अनुरूप काम करने पर सहमति दे दी है। राज्य सरकार यहां मिट्टी भराई का काम करने, चार लेन सड़क और बिजली की भी सुविधा बहाल करने पर राजी हो गई है।
बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और संयुक्त सचिव सुधीर कुमार ने गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव सुधांश पंत से मिलकर बिहार सरकार का पक्ष रखा। केंद्र सरकार की सभी शर्तों को पूरा करने संबंधित राज्य सरकार की ओर से एक पत्र भी सौंपा। साथ ही दरभंगा में अविलंब निर्माण कार्य शुरू करने का अनुरोध भी किया।
केंद्र सरकार ने शर्त नहीं मानने पर दूसरी जगह जमीन उपलब्ध कराने को कहा था। राज्य सरकार के सहमत होने के बाद शोभन में एम्स बनने की सारी अड़चन दूर हो गई है। चिह्नित स्थल ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से मात्र तीन किलोमीटर पर है। आमस-दरभंगा फोरलेन से यह महज पांच किलोमीटर तो दरभंगा एयरपोर्ट से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। चिह्नित भूखंड पर मिट्टी भराई के लिए राज्य सरकार 309 करोड़ रुपये स्वीकृत कर चुकी है। राज्य सरकार एम्स के निर्माण के लिए 151.17 एकड़ में से 113.86 एकड़ भूमि निशुल्क हस्तांरित कर चुकी है।
बता दें कि केंद्र सरकार की सहमति के बाद बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज परिसर में राज्य के दूसरे एम्स के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। लेकिन अचानक बिहार सरकार ने इसकी जगह बदल दी। सीएम नीतीश कुमार ने दरभंगा यात्रा के दौरान घोषणा किया डीएमसीएच परिसर के बजाए शोभन बाइपास पर एम्स का निर्माण कराया जाएगा। लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्माण स्थल की भौतिक जांच के बाद शोभान बाइपास वाली जमीन को रिजेक्ट कर दिया। इसे लेकर बिहार सरकार और केंद्र के बीच जमकर खींच तान हुई। मामले को लेकर बीजेपी और महागठबंधन के दलों ने जमकर सियासत भी की।