मां-बाप सीएम थे, डिग्री मिल जाती, फर्जी नहीं लिया; नौवीं फेल आलोचना पर तेजस्वी का जवाब…
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बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नौंवी फेल को लेकर आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके मां और बाप मुख्यमंत्री थी। वे चाहते तो कैसे भी करके डिग्री ले सकते थे। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने फर्जी डिग्री नहीं ली। तेजस्वी ने शनिवार को एक सरकारी कार्यक्रम में मंच से यह बात कही। उन्होंने कहा कि आजकल सिर्फ पढ़ाई-लिखाई जरूरी नहीं है, बल्कि स्पोर्ट्स में भी काबिल आवश्यक है।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना के सेंट माइकल हाईस्कूल में आयोजित 50वें वार्षिक खेल दिवस कार्यक्रम में शिरकत की। तेजस्वी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वे दो-दो सीएम के बच्चे रहे हैं। उनके पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी मुख्यमंत्री थीं। उन्होंने कहा, “हम चाहते तो डिग्री मिल ही जाती। मगर हमने ईमानदारी से काम किया। कई लोगों के पास जाली डिग्रियां हैं। मगर हमने फर्जी डिग्री नहीं ली।”
तेजस्वी ने बच्चों को सीख देते हुए कहा कि आप लोग पढ़िए, लिखिए, खूब खेलिए और तरक्की कीजिए। अपने माता-पिता से कहें कि पुरानी कहावत नहीं चलेगी कि पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो बनोगे खराब। आज के जमाने में पढ़ाई-लिखाई के साथ खेलकूद में भी अव्वल होना जरूरी है। डिप्टी सीएम ने नई स्पोर्ट्स नीति का ऐलान करते हुए कहा कि अब जो छात्र मेडल लाएंगे, उन्हें सरकारी नौकरी दी जाएगी। बिहार सरकार 81 ऐसे खिलाड़ियों को एसआई, बीडीओ जैसी नौकरी देने जा रही है।
बता दें कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की शिक्षा को लेकर कई बार सवाल उठते हैं। उन्होंने कक्षा 9 तक ही पढ़ाई की है। इसके लिए उन्हें अक्सर आलोचना का शिकार होना पड़ता है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों कहा था कि तेजस्वी यादव की पहचान नौंवी फेल आदमी के तौर पर है। वे अगर बिना कागज देखे जीडीपी की फुल फॉर्म लिख दें, तो हम मान जाएंगे।