फतेह बहादुर की जीभ काटने पर 10 लाख ईनाम: राजद विधायक ने किया पलटवार, कहा- गीदड़ भभकियों ने डरने वाला नहीं…
बिहार की सियासत गरमाई हुई है। राज्य में बयानबाजियों का दौर जारी है। बीते दिन राजद विधायक फतेह बहादुर ने एक पोस्टर लगाया था। जिसमें मंदिर को गुलामी और पाखंड का रास्ता बताया गया था। वहीं इस पोस्टर को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है।
वहीं बुधवार को हिंदू शिवभवानी सेना ने एक पोस्टर लगाया जिसमें फतेह बहादूर को सलाखों के पीछे रखा गया और लिखा गया है कि, जो भी फतेह बहादूर की जीभ काट कर लाएगा उसको 10 लाख का इनाम दिया जाएगा। वहीं इस पोस्टर के द्वारा तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा गया है कि वह मौन होकर हिंदूओं पर विवादित देने वाले नेताओं का साथ दे रहे हैं।
वहीं अब फतेह बहादुर ने इस पोस्टर पर पलटवार किया है। उन्होंने हिंदू शिवभवानी सेना पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके द्वारा शिक्षा की बात करने पर उनकी जीभ काटने की बात कर रहे हैं, लेकिन वह इस गीदड़ भभकियों से डरते नहीं है। उन्होंने कहा कि वह आगे भी बहुजन समाज और महिलाओं को शिक्षित करने के लिए आवाज उठाते रहेंगे।
फतेह बहादुर ने कहा कि, जो समाजवादी विचारधारा के लोग हैं वह इस बात को समझ लें की शिक्षा और अंधविश्वास में हमें शिक्षा की तरफ जाना है या अंधविश्वास की तरफ जाना है। अंधविश्वास फैलाने वाले लोग प्रखंड फैलाने वाले लोग नफरत फैलाने वाले लोग देश में धर्म के नाम पर बांटने वाले लोग फतेह बहादुर सिंह को शिक्षा की बात करने पर जीभ काटने की बात करते हैं। जब 1848 में सावित्री बाई फुले और ज्योतिबाई फुले ने महिलाओं को शिक्षित करने के लिए आवाज उठाई थी तो उन्हें भी जान से मारने की धमकी मिली थी, लेकिन उन्होंने अपने अभियान को जारी रखा था। मैं भी शिक्षा की बात करता रहूंगा।