शीतलहर में बिहार के स्कूल बंद क्यों किया? पढ़ाई रोकने से भड़के केके पाठक, छुट्टी वापस लेने का आदेश
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
बिहार में शीतलहर के चलते स्कूल बंद नहीं होंगे। एसीएस केके पाठक ने स्कूलों को बंद करने के फैसले पर नाराजगी जताई है। साथ ही उन्होंने तुरंत प्रभाव से सभी स्कूलों में ठंड की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। अवकाश से वापस लौटते ही केके पाठक एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने एक दिन पहले ही एसीएस का चार्ज वापस संभाला था। पाठक ने जिन जिलों में स्कूल बंद किए गए हैं, उनसे रिपोर्ट भी मांगी है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पाठक ने सभी प्रमंडलीय आयुक्त को पत्र लिखकर इस बात पर नाराजगी जताई है कि ठंड को देखते हुए स्कूल को क्यों बंद कर दिए गए हैं। किन-किन जिलों में स्कूल बंद किए गए हैं, इसकी रिपोर्ट उन्होंने तलब की है। साथ ही स्कूल बंद के आदेश वापस लेने के निर्देश भी उन्होंने दिया है।
केके पाठक ने कहा कि शिक्षा विभाग ने सुबह 9 से शाम 5 बजे तक स्कूल अवधि तय की है, ऐसे में बिना विभाग के अनुमति लिए स्कूल को क्यों बंद किया गया। बता दें कि पटना समेत कई जिलों में इस सप्ताह भीषण शीतलहर के चलते आठवीं तक की कक्षाएं बंद कर दी गई थी। कुछ जिलों में बड़ी कक्षाओं का समय भी बदला गया था। अब सोमवार से सभी कक्षाएं फिर से सुचारू हो जाएंगी।
केके पाठक ने अपने पत्र में कहा कि जिलाधिकारियों के स्कूल बंद करने के आदेश पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह कैसी सर्दी या शीतलहर है जो सिर्फ स्कूलों पर ही गिरती है, कोचिं गसंस्तानों पर नहीं। सर्दी के चलते स्कूल बंद हैं लेकिन कोचिंग चालू है। उन्होंने जिला प्रशासन को सुझाव भी दिया कि अगर शीतलहर के चलते कोई आदेश निकालते हैं तो सिर्फ स्कूलों को बंद न करें, पूरे जिले में एक समान रूप से उसे लागू करें।