नीतीश की नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक आज, मंत्रियों का हो सकता है विभाग बंटवारा
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की पहली कैबिनेट बैठक आज सुबह 11.30 बजे से प्रस्तावित है। इसमें महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि व अन्य प्रस्ताव पर चर्चा होगी और निर्णय लिए जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। नई सरकार बनने से 5 फरवरी से होने वाले बजट सत्र का मामला खत्म हो गया है। इसके लिए अब नयी तिथि घोषित होगी। नयी सरकार गठन के बाद उसी दिन मंत्रिमंडल की पहली बैठक होती रही है पर अपरिहार्य कारणों से बैठक नहीं हो सकी।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में छठी बार एनडीए सरकार का गठन हुआ। यह नीतीश का नौवां शपथ ग्रहण था। उनके साथ दो उप मुख्यमंत्रियों सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा समेत आठ मंत्रियों ने शपथ ली। आज इन मंत्रियों के विभाग भी बांटे जा सकते हैं। ऐसे में देखना होगा कि कौन-कौन से विभाग किसे दिए जाते हैं।
महागठबंधन का साथ छोड़ने के सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि इस्तीफा देना आवश्यक था। महागठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा था। उन्होंने बिहार के हित में फैसला लिया है। पहले जहां थे, वहां फिर आ गए। भाजपा के साथ पहले भी काम किया है। बिहार के विकास के लिए आगे भी काम करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि नया गठबंधन बना है, अब कहीं और जाने का सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। और लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा। अभी उनके साथ सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा दो उपमुख्यमंत्री होंगे। इसके अलावा छह मंत्रियों ने भी शपथ ली।
भाजपा के कोटे से दो उप मुख्यमंत्री भाजपा ने अपने कोटे से उप मुख्यमंत्री का चेहरा बदला है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। 2017 में जो सरकार बनी थी, उसमें रेणु देवी और तारकिशोर प्रसाद उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे।
इन मंत्रियों ने ली शपथ
1. सम्राट चौधरी (भाजपा)
2. विजय कुमार सिन्हा (भाजपा)
3. विजय कुमार चौधरी (जदयू)
4. बिजेंद्र प्रसाद यादव (जदयू)
5. डॉ. प्रेम कुमार (भाजपा)
6. श्रवण कुमार (जदयू)
7. संतोष कुमार सुमन (हम)
8. सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय)
वहीं शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पटना पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार बन गई है। नीतीश कुमार वापस एनडीए के साथ आ गए हैं, यह हर्ष का विषय है। बिहार ने जो जनादेश दिया था, वह एनडीए को दिया था। डबल इंजन की सरकार बनने से आधारभूत संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य में सुधार होगा। राज्य में विधि-व्यवस्था चरमराने लगी थी। नड्डा ने दावा किया कि जद(यू) के आने से लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एनडीए क्लीन स्वीप करेगा।