पशुपति पारस बोले- ‘हाजीपुर तो मेरा ही है, चिराग पासवान को…’ समस्तीपुर समेत पांच सीटों पर दावा कर BJP को भी चौंकाया
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लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग पर अभी औपचारिक तौर पर कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है, लेकिन बिहार के एनडीए में शामिल दल अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हैं. जनवरी की कड़ाके की सर्दी में भी बिहार का सियासी तापमान बढ़ा हुआ है. ऐसा ‘इंडिया’ एलायंस में बातचीत और जेडीयू की तल्खी के कारण है. एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) ने भी एनडीए के भीतर की सरगर्मी बढ़ा दी है.
रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री पशुपति पारस ने एक बार हाजीपुर सीट से अपना दावा ठोक कर सियासी माहौल में हलचल ला दिया है. पशुपति पारस ने हाजीपुर समस्तीपुर समेत सभी सिटिंग सीटों पर दावा ठोक दिया.
उन्होंने कहा कि हाजीपुर से हम लोग छह महीना पहले से तैयारी कर रहे हैं. आप जाकर हाजीपुर में रिपोर्ट ले लीजिए. पारस ने दावा किया है कि बिहार में सबसे अधिक वोट से वो हाजीपुर से ही चुनाव जीतेंगे. पारस एलजेपी में टूट के बाद जमुई के अलावा सभी पांच सीटों पर दावा कर रहे हैं. ये पांच सीटें हैं हाजीपुर, समस्तीपुर, वैशाली, नवादा और खगड़िया.
हाजीपुर लोकसभा सीट पर है विवाद
पारस का कहना है कि जमुई से मौजूदा सांसद चिराग पासवान वहीं से चुनाव लड़ें. गौरतलब है कि हाजीपुर रामविलास पासवान की परंपरागत सीट रही है लेकिन पिछली बार राज्यसभा सांसद बन जाने के कारण उन्होंने अपने छोटे भाई पशुपति पारस को वहां से चुनाव मैदान में उतारा था. चिराग जमुई सीट से मैदान में थे. इसी सीट पर अब सबसे बड़ा विवाद है.
मैं रामविलास पासवान का राजनीतिक उत्तराधिकारी हूं: पारस
चिराग और पारस दोनों एनडीए में शामिल हैं, जबकि दोनों इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. चिराग पासवान अपने पिता स्वर्गीय राम विलास पासवान की विरासत पर हाजीपुर से दावा कर रहे हैं लेकिन चाचा पारस का कहना है कि मैं रामविलास पासवान का राजनीतिक उत्तराधिकारी हूं. उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान ने हमें अपनी सियासी विरासत सौंपी है , चिराग को नहीं. पशुपति पारस का कहना है कि एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग के मुद्दे पर 26 जनवरी के बाद एनडीए गठबंधन की बैठक होगी. सीट शेयरिंग में एनडीए में कोई झमेला नहीं है.