बिहार में क्या होने जा रहा? जेडीयू ने भी ‘नजरबंद’ कर दिए अपने विधायक, तेजस्वी के आवास पर हंगामा
बिहार में आज नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है। इससे पहले पटना में सियासी हलचल बेहद तेज है। आरजेडी विधायकों के बाद नीतीश कुमार ने भी अपने विधायकों को होटल में शिफ्ट कर दिया है। देर शाम विधायकों को होटल चाणक्या भेजा गया है। जेडीयू ने अपने विधायकों के रुकने का इंतजाम यहीं किया है। विधानमंडल की बैठक में पांच विधायकों के ना पहुंचने और तीन के फोन बंद होने की खबर के बाद जेडीयू खेमे में भी गहमागहमी है।
जीतनराम मांझी का भी फोन बंद
आरजेडी और जेडीयू अलग-अलग दांव खेलने में लगे हैं। वहीं नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद तेजस्वी यादव ने भी कहा था कि खेल अब शुरू हुआ है। ऐसे में बिहार में क्या होने वाला है, इसका अंदाजा तो अभी नहीं लगाया जा सकता। हालांकि इतना तय है कि फ्लोर टेस्ट के दौरान बड़ा हंगामा होने वाला है। जानकारी के मुताबिक वामदलों और आरजेडी के विधायकों को तेजस्वी यादव के आवास पर ठहराया गया है। भाजपा के विधायकों को पाटलिपुत्र एग्जॉटिका में ठहराया गया है। देर रात तक लालू यादव भी अपने विधायकों से बात करते रहे। वहीं बताया जा रहा है कि जीतनराम मांझी का भी फोन बंद है।
तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंची पुलिस
जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव के आवास पर देर रात पुलस पहुंची। यहां शनिवार से ही आरजेडी के विधायक रुके थे। पटना पुलिस की टीम और आरजेडी के नेताओं के बीच गहमागहमी का माहौल देखा गया। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आरजेडी विधायक चेतन आनंद के लापता होने की रिपोर्ट पर पुलिस तेजस्वी के आवास पर पहुंची थी। चेतन के छोटे भाई ने उनके लिए लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। वहीं खबर थी कि आरजेडी विधायक चेतन आनंद तेजस्वी के आवास पर मौजूद हैं। इसी गहमागहमी के बीच कांग्रेस विधायकों को बाहर भी निकाला गया है। हालांकि ऐसा किसलिए किया गया इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
बता दें कि नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ गठबंधन वाली सरकार से इस्तीफा देकर भाजपा के साथ दोबारा शपथ ग्रहण किया था। उन्होंने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। हालांकि बजट सत्र के दौरान उन्हें फ्लोर टेस्ट से गुजरना है। नीतीश कुमार को सरकार बचाने के लिए 122 विधायकों का समर्थन चाहिए। उन्होंने दावा किया था कि उनके पास 128 विधायक हैं। हालांकि अब आशंका जताई जा रही है कि जीतनराम मांझी और जेडीयू के तीन विधायक विद्रोह कर सकते हैं। ऐसे में बिहार में खेला होने की भी आशंका है।
क्या है गणित
बिहार विधानसभा में 243 सदस्य हैं। इसमें बहुमत का आंकड़ा 122 है। RJD विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। उसके पास 79 विधायक हैं। वहीं भाजपा के पास 78 विधायक हैं। जेडीयू के 45, कांग्रेस के 19, भाकपा माले के 12 और जीतनराम मांझी की HAM के 4, सीपीआई के 2, सीपीआई (एम) के दो और एआईएमआईएम के एक विधायक हैं। एक निर्दलीय भी है।