बिहार विधानमंडल का बजट सत्र फिर टला, मंत्रिपरिषद के विस्तार पर अब भी सस्पेंस बरकरार
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बिहर विधानमंडल के बजट सत्र टल गया है. बजट सत्र की शुरूआत अब दो दिन आगे बढ़ गयी है. नयी व्यवस्था के तहत बजट सत्र अब 10 फरवरी की जगह दो दिन बाद 12 फरवरी से होगा. राज्य में मंत्रिपरिषद के विस्तार पर अब भी सस्पेंस बरकरार है. गुरुवार को कुछ नये मंत्रियों का नाम सामने आने की संभावना थी, लेकिन कहा जा रहा है कि विश्वासमत हासिल करने के बाद ही मंत्रिपरिषद के विस्तार और मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा किया जायेगा.
अब 13 फरवरी को पेश होगा बजट :
विधानमंडल सचिवालय से मिली जानकारी के अनुसार 12 फरवरी को राज्यपाल दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे. इसी दिन नयी सरकार विश्वास मत का प्रस्ताव पेश करेगी. सत्र के पहले दिन आर्थिक समीक्षा पेश किया जायेगा. माना जा रहा है कि अगले दिन 13 फरवरी को राज्य का 2024-25 का बजट पेश किया जायेगा. बजट सत्र एक मार्च तक चलेगा. ऐसे में बजट सत्र की अवधि सात दिन कम हो जायेगी. इसके पहले 5 फरवरी से बजट सत्र की शुरूआत होनी थी, फिर उसे बढ़ा कर 10 फरवरी किया गया था. इस छोटे सत्र के दौरान ही इस वित्त वर्ष का आम बजट पेश किया जाना था.
राज्यपाल के बाहर रहने के कारण टला सत्र :
विधानमंडल का बजट सत्र दो दिन आगे करने के पीछे बताया जा रहा है कि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के 10 फरवरी को बिहार से बाहर होने के कारण बजट सत्र की अवधि को दो दिन आगे बढ़ाया जा रहा है. गौरतलब है कि बजट सत्र की शुरूआत सबसे पहले पांच फरवरी से निर्धारित थी. इसी बीच सरकार के बदल जाने के कारण नये सिरे से विधानमंडल की कार्यवाही निर्धारित की गयी. संसदीय कार्य विभाग ने इसके 10 फरवरी से आरंभ होने की अधिसूचना जारी की. अब नये सिरे से बजट सत्र की 12 फरवरी से होने की अधिसूचना जारी की जायेगी.
मंत्रिपरिषद के विस्तार पर सस्पेंस :
राज्य में मंत्रिपरिषद के विस्तार पर अब भी सस्पेंस बरकरार है. गुरुवार को कुछ नये मंत्रियों का नाम सामने आने की संभावना थी. इस संभावना को बल तब मिला जब दोपहर बाद उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मिलने की जानकारी सामने आई. वहां से मिलकर उन लोगों ने 1 अणे मार्ग जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की.
सीएम ने कही थी जल्द विस्तार की बात :
गुरुवार को मंत्रिपरिषद के विस्तार पर विराम उस वक्त लग गया जब सीएम आवास से निकलने के बाद वे लोग मीडिया के सवालों का जवाब दिये बिना वहां से चले गये. 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार का गठन हुआ था. उस समय आठ मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया था. इसके साथ ही शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ने जल्द मंत्रिमंडल विस्तार की बात कही थी.