बिहार: केस से नाम हटाने के लिए दरोगा साहब मांग रहे थे शराब-चिकेन पार्टी और 25000 रुपये, एसपी तक बात पहुंची तो हो गए निलंबित
शराब बंदी वाले नीतीश कुमार के बिहार में पुलिस रिश्वत में दारू और मुर्गा का डिमांड करती है जिसके कंधों पर शराब पर रोक लगाने की बड़ी जिम्मेदारी है। सारण जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। एक केस से नाम हटाने के लिए अभियुक्त से शराब मुर्गा और 25000 नगद मांगने पर दरोगा जी बुड़े फंस गए। एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है प्राथमिक दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई शुरू हो गई है। मामले में एक अन्य दारोगा पर भी कार्रवाई की जा रही है। सारण एसपी गौरव मंगला ने इसकी पुष्टि की है। एसपी के इस एक्शन से पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मचा है।
यह अनोखा मामला भगवान बाजार थाना से जुड़ा है। एक आपराधिक वारदात के अनुसंधानकर्ता दरोगा ऋषि मुनी राम पर यह आरोप लगाया गया है। दरोगा ने आरोपी से फोन पर घूस की मांग की जिसका ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है। हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। बातचीत का यह ऑडियो चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस मामले में एक और दरोगा सतीश प्रसाद सिंह का नाम सामने आया है। एसपी गौरव मंगला ने उन्हें भी तत्काल निलंबित कर केस करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। सतीश प्रसाद जिले के डेरनी थाने में पदस्थापित हैं। उन्होंने केस में मेडिएटर की भूमिका निभाई थी।
कार्रवाई के संबंध में जानकारी देते हुए सारण एसपी गौरव मंगला ने बताया कि शिकायतकर्ता का नाम सुरक्षा कारणों से गुप्त रखा गया है। उन्होंने ऑडियो क्लिप पुलिस को उपलब्ध कराया था। जांच में प्रथम दृश्टया मामला सत्य पाया गया। इसलिए दोनों आरोपी दारोगा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। दोनों पर प्राथमिक की दर्ज कर दी गई है। पुलिस जल्द गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजेगी एसपी ने कहा है कि लोगों को किसी भी तरह की शिकायत उनके संज्ञान तक लाना चाहिए ताकि कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।