साजिश के तहत हुई महिला इंजीनियर की हत्या; पिता ने दर्ज कराई एफआईआर, SIT करेगी मामले की जांच
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
जल संसाधन विभाग के मैकेनिकल डिवीजन की सहायक अभियंता महिमा कुमारी की साजिश के तहत हत्या की गई है। उसके पिता राज किशोर पासवान के आवेदन पर रविवार को सदर थाने में इसकी एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें अज्ञात अपराधियों पर हत्या का आरोप है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम में भी हत्या के साक्ष्य मिलने की बात पुलिस को बताई गई है। महिला इंजीनियर की गर्दन की हड्डी टूटी होने की जानकारी दी गई है। शरीर पर चोट के निशान थे। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है।
लखीसराय के चानन थाना के मननपुर निवासी राजकिशोर पासवान ने पुलिस को बताया है कि उसकी पुत्री महिमा बीते तीन साल से अतरदह प्रजापति नगर मोहल्ले में विनोद साह के मकान में किराए पर रह रही थी। मकान मालिक विनोद साह ने शनिवार शाम करीब चार बजे कॉल कर महिमा की मौत की जानकारी दी। इसके बाद हमलोग अतरदह पहुंचे।
महिमा का शव बाथरूम के सामने पैसेज में पड़ा था। वह जिंस और टॉप पहने थी। एक पांव में जूता था और दूसरा पांव खाली था। सीने तथा जांघ पर किसी के पैर के निशान थे। घटनास्थल की स्थिति देख लगता है कि उसकी साजिशपूर्ण तरीके से हत्या की गई है। राजकिशोर ने घटना की गहराई से जांच कर त्वरित कार्रवाई की मांग पुलिस अधिकारियों से की है।
पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने परिजन को शव सौंप दिया। सिकंदरपुर स्थित मुक्ति धाम में अंत्येष्टि की गई। छोटे भाई ने मुखाग्नि दी है। पुलिस मामले में छानबीन शुरू कर दी है। लखीसराय के चानन थाना के मननपुर बाजार निवासी राजकिशोर पासवान छोटे किसान परिवार के हैं। बेटी महिमा शुरू से पढ़ने में तेज थी। नाना-नानी के यहां रहकर उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की थी। इसके बाद उसे चार साल पहले जल संसाधन विभाग में सहायक अभियंता की नौकरी हुई।
राजकिशोर पासवान की तीन संतान में महिमा सबसे बड़ी थी। उसकी छोटी बहन ग्रेजुएशन में और छोटा भाई अभी स्कूल की पढ़ाई कर रहा है। परिवार में महिमा बेटी नहीं, बेटा की तरह थी। उसे नौकरी मिली तो परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ संभली थी। छोटी बहन और भाई को पढ़ाने का सारा खर्च वह खुद करती थी। राजकिशोर ने बताया कि महिमा की शादी के लिए अच्छे वर की तलाश कर रहे थे। एक जगह बात भी चल रही थी। परिवार के लोग शादी की तैयारी में थे। अचानक शनिवार शाम चार बजे महिमा की मौत की खबर मिली तो परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा।