नीतीश की NDA में वापसी से लोकसभा चुनाव में किसे फायदा होगा? देखें सर्वे के नतीजे…
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी से लोकसभा चुनाव में किस गठबंदन को फायदा होगा, यह सवाल अभी सभी के मन में कौंध रहा है। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद हुए एक सर्वे के आंकड़े जारी हुए हैं। इसमें बताया गया है कि नीतीश के महागठबंधन छोड़ने से विपक्षी दलों को आगामी चुनाव में नुकसान झेलना पड़ सकता है। वहीं, जेडीयू के एनडीए में आने से बीजेपी नीत गठबंधन मजबूत हो गया है। आगामी चुनाव में एनडीए को इसका फायदा मिल सकता है।
एनडीटीवी प्रश्नम सर्वे की जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद एनडीए को लोकसभा चुनाव में फायदा होते दिख रहा है। नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने से उनके वोटर अब एनडीए की ओर मुड़ गए हैं। सर्वे में 53 फीसदी लोगों ने बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन के समर्थन में वोट दिया। जबकि आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन को महज 23 फीसदी वोट ही मिले हैं। यह सर्वे राज्य के अलग-अलग इलाकों के 4000 से ज्यादा लोगों पर किया गया।
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक अगर नीतीश कुमार आरजेडी और कांग्रेस के साथ ही बने रहते तो एनडीए और महागठबंधन में मुकाबला कांटे का हो सकता था। ऐसी स्थिति में 35-35 फीसदी लोग एनडीए और महागठबंधन के पक्ष में रहते।
नीतीश कुमार की जेडीयू के बीजेपी संग सरकार बनाने से एनडीए को न केवल लोकसभा बल्कि 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी फायदा मिलने की संभावना है। 54 फीसदी लोगों का मानना है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू के गठबंधन की जीत होगी। वहीं, महागठबंधन के पक्ष में 27 फीसदी लोग ही दिखे।
अगर 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार फिर पाला बदलते हैं तो महागठबंधन को फायदा मिलने का अनुमान है। ऐसी स्थिति में महागठबंधन को 41 फीसदी, जबकि एनडीए को 38 फीसदी वोट ही मिलेंगे। वहीं, नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी का बीजेपी के कोर वोटरों ने स्वागत किया है। सर्वे के मुताबिक एनडीए में जेडीयू के आने से बीजेपी के वोटबैंक में कोई अंतर नहीं आएगा।